योगी आदित्यनाथ का विधानसभा में प्रभावी भाषण: 10 प्रमुख बिंदु
यूपी विधानसभा का अंतिम दिन
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज अपने चौथे और अंतिम दिन में था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में दंगे और अराजकता का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने बरेली के मौलाना से दंगे के उपचार के बारे में पूछने की सलाह दी।
योगी ने भागवत गीता का एक श्लोक भी उद्धृत किया और स्पष्ट किया कि वह यहां भजन गाने के लिए नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा करना होता, तो उनके पास मठ है।
सीएम योगी के भाषण के बाद विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। विधान परिषद की कार्यवाही भी इसी तरह स्थगित की गई।
मुख्यमंत्री के भाषण के 10 महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:
1- आपने अपनी पार्टी की सदस्य पूजा पाल को न्याय नहीं दिलाया। क्या वह पीडीए की सदस्य नहीं थीं? माफिया के सामने झुकना आपकी मजबूरी थी। अब हर हाल में न्याय मिलेगा।
2- यूपी की जनता हमारे कार्यों का मूल्यांकन कर रही है। दंगे का उपचार क्या है? बरेली के मौलाना से पूछिए। यूपी में न तो कर्फ्यू है और न ही दंगा। सब कुछ सामान्य है।
3- हमने 9 वर्षों में 9 लाख नौकरियां दी हैं, वो भी बिना किसी घूसखोरी के। पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। आपके समय में थानों में भय था। अब प्रदेश में कोई भय नहीं है।
4- देश का पहला वाटर-वे यूपी में चल रहा है, वाराणसी से हल्दिया के बीच। इसे अयोध्या तक विस्तारित किया जाएगा। यह सरकार की इच्छाशक्ति पर निर्भर करता है।
5- सपा के समय योग्य युवाओं को भर्ती में प्राथमिकता नहीं दी जाती थी। आज यूपी का युवा नौकरी पा रहा है।
6- जैसे माफिया की कमर तोड़ी गई, उसी तरह नकल माफिया की भी कमर तोड़ी जा सकती है। जब कोई हेकड़ी दिखाता है, तो हम उसे ठीक कर देते हैं।
7- राशन वितरण में भेदभाव नहीं है। हम चेहरा नहीं देखते। सीएम रिलीफ फंड से पैसा देने में भी हम भेदभाव नहीं करते।
8- सरकार ने पिछले 9 वर्षों में कोई नया टैक्स नहीं लगाया।
9- यूपी में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे कम हैं। हमने कर चोरी को रोका है।
10- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को सपा 15 हजार करोड़ में बना रही थी, जबकि हमने इसे 11 हजार करोड़ में पूरा किया।