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भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव-राज ठाकरे के गठबंधन की आलोचना की

भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव और राज ठाकरे के गठबंधन की आलोचना करते हुए इसे चुनावी स्वार्थ से प्रेरित बताया। उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने जनता का विश्वास तोड़ा है। बावनकुले ने यह भी कहा कि ठाकरे की पार्टी की स्थिति स्थानीय निकाय चुनावों में बेहद कमजोर हो गई है। इस बीच, शिवसेना-यूबीटी और एमएनएस के बीच गठबंधन ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है, जिससे सत्तारूढ़ महायुति में फूट पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
 

चंद्रशेखर बावनकुले की तीखी टिप्पणी

महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा के नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के हालिया गठबंधन की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इसे चुनावी स्वार्थ से प्रेरित बताया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने जनता का विश्वास तोड़ा है। बावनकुले ने यह भी आरोप लगाया कि ठाकरे ने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे की विरासत के साथ विश्वासघात किया है।


पत्रकारों से बातचीत में, उन्होंने कहा कि यह गठबंधन केवल राजनीतिक सत्ता को बनाए रखने का प्रयास है, जबकि मुंबई की जनता विकास की ओर बढ़ रही है। उन्होंने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया कि वे राज्य को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और चुनावी स्वार्थ के लिए बयान दे रहे हैं।


भाजपा नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे के साथ गठबंधन किया है, और धराशिव में उनके उम्मीदवार की जीत के बाद पाकिस्तानी झंडे फहराए गए। उन्होंने कहा कि ऐसे उदाहरण हैं जिन्हें बालासाहेब कभी स्वीकार नहीं करते, लेकिन उद्धव ने किया है।


बावनकुले ने यह भी कहा कि पंचायत चुनावों में पार्टी की हार के बाद चचेरे भाइयों का एक साथ आना जरूरी हो गया था, लेकिन उन्हें सहानुभूति के वोट नहीं मिलेंगे।


उन्होंने उद्धव ठाकरे की पार्टी की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में उनकी सीटें 228 से घटकर केवल 8 रह गई हैं। मुंबई में भी उनकी स्थिति ऐसी ही होगी।


मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई को एक अंतरराष्ट्रीय शहर बनाने का संकल्प लिया है, और भाजपा इस मॉडल को जनता के सामने पेश करेगी। बावनकुले ने कहा कि केवल दो भाइयों के एक साथ आने से उन्हें सहानुभूति के वोट नहीं मिलेंगे, क्योंकि उनके पास कार्यकर्ता नहीं हैं।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

2026 के नगर निगम चुनावों के लिए शिवसेना-यूबीटी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के बीच गठबंधन ने राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। शिवसेना के नेताओं ने बालासाहेब ठाकरे की विरासत के साथ कथित विश्वासघात और सीट बंटवारे को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष की चिंता व्यक्त की है।


कांग्रेस नेताओं ने इस गठबंधन के संभावित प्रभावों पर सवाल उठाते हुए सत्तारूढ़ महायुति में फूट पड़ने की आशंका जताई है। शिवसेना नेता राजू वाघमारे ने कहा कि राज और उद्धव ठाकरे द्वारा बालासाहेब ठाकरे के स्मृति स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करना न तो दिवंगत नेता और न ही मराठी जनता द्वारा माफ किया जाएगा।