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भाजपा ने चिदंबरम के बिहार चुनाव विश्लेषण पर किया तीखा हमला

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बिहार चुनाव परिणामों पर हालिया लेख पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी हार की समीक्षा करने के बजाय जनता को दोषी ठहराया है। चिदंबरम ने बिहार की गंभीर समस्याओं के बावजूद लोगों के वोटिंग व्यवहार पर सवाल उठाया। उन्होंने विपक्षी पार्टियों की संगठनात्मक कमजोरी और चुनाव आयोग की भूमिका पर भी टिप्पणी की। इस लेख में भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही राजनीतिक बहस को समझने का प्रयास किया गया है।
 

कांग्रेस नेता के लेख पर भाजपा की प्रतिक्रिया

बिहार चुनाव के परिणामों पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के हालिया लेख को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा ने रविवार को चिदंबरम की आलोचना करते हुए उनकी पार्टी पर 'जनता की बेइज्जती' करने का आरोप लगाया।


जनता पर आरोप लगाकर राहुल गांधी का बचाव

भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक तीखा पोस्ट साझा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपनी हार की समीक्षा करने के बजाय 'जनता पर आरोप लगाकर अपने राजकुमार (राहुल गांधी) का बचाव करना' चुना है।


पूनावाला ने चिदंबरम के कॉलम का उल्लेख करते हुए लिखा, 'पी. चिदंबरम का कहना है कि उन्हें सत्ता में लाना वोटरों की जिम्मेदारी है। ये लोग कितने हकदार और गुमराह हैं? ईवीएम को दोष दो, एसआईआर को दोष दो, अब बिहार की जनता को दोष दो। 95 हार के लिए राहुल को दोष मत दो। राहुल कुछ गलत नहीं कर सकते, जनता गलत है! कांग्रेस ने फिर बिहार का अपमान किया!'


चिदंबरम का लेख और बिहार की स्थिति

पी. चिदंबरम ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' में अपने कॉलम 'वोटिंग जिम्मेदारियों का अंत नहीं है' में एनडीए की 202 सीटों की जीत और महागठबंधन की 35 सीटों पर हार का विश्लेषण किया।


उन्होंने उल्लेख किया कि भारी बेरोजगारी, करोड़ों लोगों का पलायन, गरीबी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति के बावजूद बिहार के लोगों ने बदलाव के लिए वोट नहीं दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि इन गंभीर समस्याओं के बावजूद लोगों ने ऐसा क्यों वोट दिया, 'इसका कोई स्पष्ट उत्तर नहीं है'।


चिदंबरम ने बिहार के मतदाताओं से 'चंपारण युग की भावना को फिर से खोजने' और नौकरियों की कमी, खराब स्कूलों और पेपर लीक को चुपचाप स्वीकार न करने की अपील की।


चुनाव आयोग और विपक्ष पर चिदंबरम की टिप्पणी

चिदंबरम ने विपक्षी पार्टियों की संगठनात्मक कमजोरी की आलोचना की और कहा कि दोष पूरी तरह से विपक्षी राजनीतिक दलों का है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी संदिग्ध और पक्षपातपूर्ण भूमिका निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने चुनाव की घोषणा के बाद भी मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये के कैश ट्रांसफर जारी रहने का हवाला दिया, जिसे उन्होंने 'वोटरों को खुली रिश्वत' बताया।