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प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की पार्टी के लिए चुनावी भविष्यवाणी की

प्रशांत किशोर, जन सुराज पार्टी के संस्थापक, ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के लिए आगामी विधानसभा चुनावों में 25 से अधिक सीटें नहीं मिलने की भविष्यवाणी की है। किशोर ने अपने तर्क को मजबूत करने के लिए पश्चिम बंगाल चुनावों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि यदि जेडी(यू) 25 सीटें जीतती है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। इसके साथ ही, उन्होंने मुसलमानों और हिंदुओं के बीच एकता की आवश्यकता पर भी जोर दिया। किशोर ने भाजपा की विचारधारा पर भी सवाल उठाए और विचारधारा आधारित राजनीति की आवश्यकता पर बल दिया।
 

भविष्यवाणी और चुनावी आंकड़े

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में 25 से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी। किशनगंज में एक सभा के दौरान, किशोर ने यह भी कहा कि यदि जेडी(यू) 25 सीटों का आंकड़ा पार कर जाती है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने पश्चिम बंगाल चुनावों का उदाहरण देते हुए भाजपा की संभावनाओं के बारे में अपनी भविष्यवाणी को सही ठहराया।




किशोर ने कहा कि उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि पश्चिम बंगाल चुनाव में भाजपा 100 सीटों का आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी, और वास्तव में, पार्टी केवल 77 सीटों पर सिमट गई। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जदयू 25 से अधिक सीटें जीतती है, तो वह राजनीति छोड़ देंगे। इसके अलावा, उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा के उस आरोप का जवाब दिया जिसमें कहा गया था कि किशोर शराब माफिया से जुड़े हुए हैं। किशोर ने वर्मा की तुलना 'सड़क पर टहलते कुत्ते' से की और कहा कि हर किसी को जवाब देने की आवश्यकता नहीं है।




किशोर ने मुसलमानों और हिंदुओं के बीच एकता की आवश्यकता पर जोर दिया, जो उनके अनुसार गांधीवादी, अंबेडकरवादी, कम्युनिस्ट और समाजवादी विचारधाराओं का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि आधे हिंदुओं ने भाजपा को वोट नहीं दिया। उन्होंने कहा, "मुसलमानों को लंबी लड़ाई के लिए हिंदुओं के साथ मिलकर चलना चाहिए।" उन्होंने यह भी बताया कि देश में 80 प्रतिशत हिंदू हैं, लेकिन भाजपा को केवल 40 प्रतिशत वोट मिले हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि MY समीकरण कहाँ है? अगर ऐसा होता, तो बिहार में 40 मुस्लिम विधायक होते।




किशोर ने कहा कि आधे लोग हिंदू होने के नाते भाजपा को वोट देते हैं, इसलिए MY, PY, ZY के समीकरणों को छोड़कर विचारधारा के आधार पर समीकरण बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में शामिल विचारधाराओं को मानने वाले लोग जब मुसलमानों के साथ मिलकर लड़े, तो देश आज़ाद हुआ। भाजपा की विचारधारा संघ पर आधारित है, और यदि भाजपा की विचारधारा से लड़ना है, तो गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, साम्यवाद और समाजवाद को अपनाना होगा।