तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बीआरएस और भाजपा के बीच मौन सहमति का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री का बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने यह दावा किया है कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक अनकही सहमति मौजूद है। उन्होंने बताया कि फॉर्मूला ई रेस से संबंधित मामले में बीआरएस नेता के टी रामा राव के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मांगने वाली फाइल पिछले दो महीनों से राज्यपाल के पास लंबित है।
उपचुनाव के लिए रैली में बयान
जुबली हिल्स विधानसभा क्षेत्र में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित एक चुनावी रैली में रेड्डी ने सवाल उठाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व बीआरएस सरकार के दौरान कालेश्वरम परियोजना में कथित अनियमितताओं के मामले में अब तक प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की।
भाजपा पर आरोप
रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता बीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "केटीआर ने फॉर्मूला ई रेस के नाम पर एक कंपनी को ठेका देकर 50 करोड़ रुपये के चुनावी बॉंड इकट्ठा किए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सबूतों के साथ मामला दर्ज किया और राज्यपाल से गिरफ्तारी की अनुमति मांगी, लेकिन फाइल दो महीने से वहीं अटकी हुई है।"
भविष्य की संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने यह भी पूछा कि क्या भाजपा अपनी संभावनाओं का बलिदान देकर बीआरएस को उपचुनाव में जीतने में मदद करने का प्रयास नहीं कर रही है। रेड्डी ने यह दावा किया कि इसका कारण यह हो सकता है कि भविष्य में बीआरएस का भाजपा में विलय हो सकता है।