जयपुर ग्रामीण में कांग्रेस ने आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को जिला अध्यक्ष पद से बाहर रखने का निर्णय लिया
कांग्रेस पर्यवेक्षक का बयान
जयपुर ग्रामीण कांग्रेस पर्यवेक्षक बोले, ‘आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति नहीं बन पाएगा कांग्रेस जिलाध्यक्ष’
जयपुर ग्रामीण के पर्यवेक्षक विजय इंदर सिंगला का कहना है 50 से 55 साल के व्यक्ति को जिला अध्यक्ष के लिए प्राथमिकता दी जाएगी.
जयपुर: कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत जिलाध्यक्षों के चयन के लिए रायशुमारी करने के लिए नियुक्त किए गए केंद्रीय पर्यवेक्षकों के दौरे प्रदेश में शुरू हो गए हैं. रविवार को जयपुर ग्रामीण पूर्व और जयपुर ग्रामीण पश्चिम के जिलाध्यक्षों की रायशुमारी के लिए नियुक्त किए गए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संयुक्त कोषाध्यक्ष और पर्यवेक्षक विजय इंदर सिंगला ने कहा कि संगठन सृजन अभियान के तहत जिलाध्यक्ष कोई भी बन सकता है, लेकिन आपराधिक पृष्ठभूमि का व्यक्ति जिलाध्यक्ष नहीं बन पाएगा, जिस पर गंभीर मुकदमे चल रहे हों.
50 से 55 साल के व्यक्ति को देंगे प्राथमिकता: सिंगला ने जयपुर में रविवार रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पार्टी हाइकमान ने जो गाइडलाइन तय की है, उसी के अनुसार जिलाध्यक्षों के नाम की रायशुमारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर किसी पर राजनीतिक मुकदमे चल रहे हैं तो वो चुनाव लड़ सकता है. उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने जो कार्यक्रम तय किया है उसके मुताबिक 50 से 55 साल के व्यक्ति को जिलाध्यक्ष के लिए प्राथमिकता देंगे. उन्होंने कहा कि चुनाव कोई भी लड़ सकता है, चाहे वो प्रधान रहा हो या पंचायत समिति का सदस्य रहा हो. लेकिन वो सक्षम होना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलने की काबिलियत होनी चाहिए.
परफॉर्म नहीं किया तो चार-पांच महीने में होगी छुट्टी: सिंगला ने कहा कि जिलाध्यक्षों के नाम की रायशुमारी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के समक्ष रखेंगे. 6 नाम का पैनल तैयार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चाहते हैं कि जिलाध्यक्षों की भूमिका बड़ी हो. इसलिए अब आने वाले निकाय पंचायत चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण में जिलाध्यक्ष की बड़ी भूमिका रहने वाली है और जिलाध्यक्ष की जवाबदेही भी तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि अगर जिलाध्यक्ष बनने के बाद कोई जिलाध्यक्ष परफॉर्म नहीं कर पा रहा तो चार-पांच महीने में उसकी छुट्टी भी कर दी जाएगी.
रिपोर्ट पार्टी हाइकमान को सौंपेंगे: सिंगला ने कहा कि केंद्रीय पर्यवेक्षक अपने-अपने जिलों में 7 दिन विधानसभा क्षेत्र वाइज नेताओं और कार्यकर्ताओं से वन टू वन संवाद करेंगे और उनकी राय लेंगे. उनकी राय के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार करके पार्टी हाइकमान को सौंपेंगे. उन्होंने कहा कि 1 महीने के भीतर कांग्रेस के तमाम जिला अध्यक्ष राजस्थान में बदल दिए जाएंगे. इस मौके पर जयपुर ग्रामीण के प्रभारी आरसी चौधरी और जयपुर ग्रामीण अध्यक्ष गोपाल मीणा भी मौजूद रहे.