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खरगे ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कुर्सी के लालच का लगाया आरोप

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कुर्सी के लालच में समाजवाद और कर्पूरी ठाकुर को भूल चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश मोदी की गोद में बैठे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। खरगे ने बिहार में रोजगार की स्थिति और पलायन की समस्या पर भी चिंता जताई। जानें इस राजनीतिक बयानबाजी के पीछे की पूरी कहानी।
 

कांग्रेस अध्यक्ष का नीतीश पर हमला

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह 'कुर्सी के लालच' में समाजवाद, कर्पूरी ठाकुर और राममनोहर लोहिया को भुला चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश मोदी की 'गोद में बैठे हैं', लेकिन प्रधानमंत्री उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे।


खरगे ने वैशाली जिले के राजा पाकर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा के दौरान कहा कि यदि नीतीश कुमार के दिल में दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के लिए सच्ची जगह होती, तो वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ कभी नहीं जाते।


उन्होंने कहा, 'अब ये (नीतीश) मोदी की गोद में बैठे हैं। यह ध्यान में रखो, वह (प्रधानमंत्री) नीतीश को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। वह अपने किसी करीबी को बना देंगे और कहेंगे कि नीतीश जी, आपकी तबियत ठीक नहीं है, आप आराम करें, हम आपकी औषधि का इंतजाम करते हैं।'


खरगे ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश कुमार कुर्सी के लालच में समाजवाद और कर्पूरी ठाकुर को भूल चुके हैं। उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार कुर्सी को पकड़े हुए हैं और उसे छोड़ना नहीं चाहते।'


कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि यदि नीतीश के दिल में पिछड़ों, दलितों और अति पिछड़ों के लिए जगह होती, तो वह उस भाजपा के साथ कभी नहीं जाते, जो मनुस्मृति में विश्वास करती है।


खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी के बिहार में लगातार सभाएं करने पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री ऐसे घूम रहे हैं जैसे उनके बच्चे की शादी हो रही हो।'


उन्होंने कहा कि निकाय, तालुका और विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री की सक्रियता देखी जा रही है। खरगे ने यह भी बताया कि केंद्र में 50 लाख सरकारी पद खाली हैं, जबकि बिहार में एक करोड़ नौकरियों का वादा किया जा रहा है।


उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं।