खड़गे ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की, इंदिरा गांधी को दी श्रद्धांजलि
खड़गे का आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि भारत में कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस जिम्मेदार हैं। खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि यदि वे सच में सरदार वल्लभभाई पटेल के विचारों का सम्मान करते हैं, तो उन्हें आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये उनके व्यक्तिगत विचार हैं और वे खुलकर कहते हैं कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
सरदार पटेल और गांधीजी की हत्या पर खड़गे की टिप्पणी
सरदार पटेल के योगदान पर चर्चा करते हुए, खड़गे ने कहा कि उन्होंने इंदिरा गांधी के साथ मिलकर देश की एकता को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किया। उन्होंने सरदार पटेल द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखे पत्र का उल्लेख किया, जिसमें पटेल ने आरएसएस के सदस्यों द्वारा गांधीजी की हत्या पर खुशी मनाने की घटना का जिक्र किया था। खड़गे ने जोर देकर कहा कि महात्मा गांधी की हत्या के बाद आरएसएस ने मिठाइयाँ बाँटी थीं।
कर्नाटक के मंत्री का आरएसएस पर आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और मंदिरों में आरएसएस की गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने संगठन पर 'युवाओं का ब्रेनवॉश' करने और 'संविधान के खिलाफ दर्शन' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि
इस बीच, खड़गे ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि लाखों भारतीय 'भारत की लौह महिला' इंदिरा गांधी के जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे। इंदिरा गांधी लचीलेपन, साहस और दूरदर्शी नेतृत्व की प्रतीक थीं। उन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया।