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कांग्रेस का आरोप: सरकार आपातकाल की वर्षगांठ पर संसद सत्र बुलाने की तैयारी में

कांग्रेस ने हाल ही में आरोप लगाया है कि सरकार 25 और 26 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की तैयारी कर रही है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह कदम असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास है। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलों पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
 

कांग्रेस का बयान

कांग्रेस पार्टी ने बृहस्पतिवार को यह दावा किया कि सरकार 25 और 26 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद का विशेष सत्र आयोजित करने की योजना बना रही है, जबकि देश में पिछले 11 वर्षों से अघोषित आपातकाल की स्थिति बनी हुई है।


ध्यान भटकाने का आरोप

पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि सरकार असली मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, इस दावे पर सरकार की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


सर्वदलीय बैठक की मांग

रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि कांग्रेस 22 अप्रैल की रात से पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलों और उससे उत्पन्न परिस्थितियों पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर रही है, लेकिन यह बैठक अब तक नहीं बुलाई गई है.


विशेष सत्र का अनुरोध

उन्होंने यह भी बताया कि 10 मई को लोकसभा और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने का अनुरोध किया था, ताकि पहलगाम हमलों पर चर्चा की जा सके और एक साझा प्रस्ताव के माध्यम से सामूहिक संकल्प व्यक्त किया जा सके.


प्रधानमंत्री की चुप्पी

रमेश के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इस सुझाव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अब यह सुनने में आ रहा है कि 25-26 जून को आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाएगा.


ध्यान भटकाने का प्रयास

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह प्रधानमंत्री द्वारा वास्तविक और अधिक तात्कालिक मुद्दों से ध्यान भटकाने का एक और उदाहरण होगा, जबकि उनके नेतृत्व में देश पिछले 11 वर्षों से अघोषित आपातकाल की स्थिति में है.