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PM मोदी का ट्रंप को जवाब: हम कभी नहीं झुकेंगे!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ पर कड़ा जवाब दिया है। मोदी ने कहा कि भारत अपने किसानों और मछुआरों के हितों के लिए किसी भी कीमत पर तैयार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत कभी भी अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। इस विवाद के बीच, अमेरिका ने भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का निर्णय लिया है, जिसे मोदी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। जानें इस टैरिफ विवाद के पीछे की पूरी कहानी और मोदी का स्पष्ट संदेश।
 

टैरिफ विवाद पर मोदी का स्पष्ट संदेश


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को भारत से आयात पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का आदेश दिया है। इससे पहले, उन्होंने 25 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की थी, जिसके परिणामस्वरूप भारत से आयातित सामान पर कुल 50 प्रतिशत शुल्क लगेगा। इस टैरिफ विवाद के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को जवाब देते हुए कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इसके लिए बड़ी कीमत चुकाने को तैयार हैं।


प्रधानमंत्री मोदी ने एमएस स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कहा, 'हमारे किसानों का हित हमारी प्राथमिकता है। भारत अपने किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों के साथ कभी समझौता नहीं करेगा। मैं जानता हूं कि मुझे बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं।'


व्हाइट हाउस ने ट्रंप के इस कदम को यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को प्रभावी बनाने के लिए बताया है। ट्रंप ने पहले ही भारत पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा की थी, जिसे अब लागू किया जा रहा है। आदेश में कहा गया है कि भारत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूस से तेल आयात कर रहा है, जिसे अमेरिका अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानता है। यह नया शुल्क आदेश जारी होने के 21 दिन बाद लागू होगा, लेकिन जो वस्तुएं समुद्री मार्ग में होंगी और 17 सितंबर से पहले अमेरिकी सीमा शुल्क से क्लियर हो जाएंगी, उन्हें इस शुल्क से छूट मिलेगी।


भारत ने इस टैरिफ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने हाल के दिनों में भारत के तेल आयात को निशाना बनाया है।


जायसवाल ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका ने भारत पर उन कार्यों के लिए अतिरिक्त शुल्क लगाने का विकल्प चुना है, जो अन्य देश भी अपने राष्ट्रीय हित में कर रहे हैं। भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।