NDA में सीट बंटवारे पर विवाद: जेडीयू और बीजेपी के बीच स्ट्राइक रेट का टकराव
NDA में सीट बंटवारे की स्थिति
एनडीए में सीटों का बंटवारा तो तय हो गया है, लेकिन सीटों के वितरण में अभी भी जटिलताएँ बनी हुई हैं। आज होने वाली एनडीए की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया है। जेडीयू के नेता 2024 के लोकसभा चुनावों का हवाला देते हुए सीटों के बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं। उनका कहना है कि पिछले चुनाव में बीजेपी ने 17 और जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
स्ट्राइक रेट पर विवाद
जेडीयू ने बीजेपी से कम सीटों पर चुनाव लड़ने के बावजूद 12 सांसदों को जीत दिलाई, जिससे उनका स्ट्राइक रेट बीजेपी से बेहतर रहा। गिरिराज सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह असली स्ट्राइक रेट है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि 2010 के बिहार चुनाव में एनडीए ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
नीतीश कुमार की भूमिका में बदलाव
बिहार में नीतीश कुमार अब तक एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में थे, लेकिन सीटों के बंटवारे के बाद अब ऐसा नहीं है। अब बीजेपी और जेडीयू दोनों को 101-101 सीटें मिली हैं। यह पहली बार है जब दोनों दल बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। जेडीयू का घटता कद इस बात का संकेत है कि नीतीश अब बड़े भाई नहीं रहे।
चुनाव में सीटों का बंटवारा
एनडीए में लंबे समय तक खींचतान के बाद, रविवार को सीटों का बंटवारा हुआ। बीजेपी और जेडीयू दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता दल और जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
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