LSR कॉलेज में पूर्व राजनयिक के लेक्चर पर छात्रों का विरोध
विरोध का कारण
क्यों हो रहा विरोध?Image Credit source: LinkedIn
दिल्ली विश्वविद्यालय: दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम (एलएसआर) कॉलेज में 11 सितंबर को आयोजित एक लेक्चर विवादों में आ गया है। 'Unstoppable India 2047' नामक इस कार्यक्रम में रिटायर्ड डिप्लोमैट दीपक वोहरा ने कुछ ऐसे बयान दिए हैं, जिन पर छात्र संघ ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि लेक्चर में महिलाओं के प्रति अपमानजनक और लैंगिक भेदभाव वाली बातें की गईं, जो न केवल छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि कॉलेज के मूल्यों पर भी सवाल उठाती हैं।
बयान पर उठे सवाल
छात्र संघ के अनुसार, वोहरा के लेक्चर में ऐसे टिप्पणियां की गईं, जो महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण और अपमानजनक थीं। उनका मानना है कि इस तरह की सोच किसी भी शैक्षणिक संस्थान के माहौल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है और यह कॉलेज के मानकों के खिलाफ है।
विवाद का विवरण
छात्र संघ का कहना है कि जब प्रिंसिपल ने मजाक में कहा कि अगर वो दोबारा जन्म लें तो महिला बनकर एलएसआर में पढ़ाई करें, तो वोहरा ने उत्तर दिया कि वे फिर से जन्म लेकर पुरुष बनना चाहेंगे। छात्र संघ ने इस पर आपत्ति जताई है और सार्वजनिक माफी की मांग की है।
Unstoppable India 2047 कार्यक्रम
यह लेक्चर बी.ए. प्रोग्राम डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के भविष्य, नीतियों और कूटनीति पर चर्चा करना था। लेक्चर के दौरान वोहरा ने एक स्लाइड प्रस्तुत की, जिसका शीर्षक था 'भारत की चार आज़ादियां', जिसमें उन्होंने 1947 को शारीरिक आज़ादी, 2022 को मानसिक आज़ादी, 2023 को आत्मविश्वास की आज़ादी और 2024 को आत्मा की आज़ादी के रूप में बताया।