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JEE Mains 2026: रेलवे में नौकरी पाने के लिए इन 4 इंजीनियरिंग ब्रांच का करें चयन

JEE Mains 2026 की परीक्षा जनवरी में होने वाली है, जिसमें इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए भारतीय रेलवे में नौकरी के अवसरों की जानकारी दी गई है। जानें कि कौन सी इंजीनियरिंग ब्रांचों की रेलवे में सबसे अधिक मांग है और किस प्रकार की सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। इस लेख में सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के लिए उपलब्ध नौकरियों की भी चर्चा की गई है।
 

JEE Mains 2026: इंजीनियरिंग की पढ़ाई और सरकारी नौकरी के अवसर

इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरियों के रास्ते खुल जाते हैं.
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JEE Mains 2026: हर साल जेईई मेन्स परीक्षा दो बार आयोजित की जाती है, जिसमें पहला सेशन जनवरी में और दूसरा अप्रैल में होता है। 2026 में, पहला सेशन 21 से 30 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा विभिन्न केंद्रों पर सीबीटी मोड में आयोजित की जाएगी। आइए जानते हैं कि भारतीय रेलवे में किन इंजीनियरिंग ब्रांचों की सबसे अधिक मांग है।

जेईई मेन्स के स्कोर और रैंक के आधार पर देशभर के 31 एनआईटी और विभिन्न राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश मिलता है। 12वीं साइंस स्ट्रीम के छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं। पहले सेशन के लिए लगभग 12 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

रेलवे में किस इंजीनियरिंग ब्रांच की मांग अधिक है?

भारतीय रेलवे में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की मांग अन्य ब्रांचों की तुलना में अधिक होती है। रेलवे समय-समय पर इन ब्रांचों के लिए वैकेंसी निकालता है। सिविल इंजीनियरिंग की आवश्यकता रेल लाइन, पुल, स्टेशन, ब्रिज, इन्फ्रास्ट्रक्चर और निर्माण के लिए होती है।

रेलवे में सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए कौन सी नौकरियां उपलब्ध हैं?

भारतीय रेलवे में सिविल इंजीनियरों के लिए IRSE (Indian Railway Service of Engineers) कैडर होता है। वहीं, इंजन, वैगन, और रोलिंग स्टॉक के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अंतर्गत भर्तियां की जाती हैं। भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सेवा (IRSME) के तहत मैकेनिकल इंजीनियरों की भर्ती करता है।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की भर्तियां इंडियन रेलवे सर्विस ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स (IRSEE) के तहत होती हैं। इसके अलावा, सिग्नलिंग और टेलीकम्युनिकेशन/इलेक्ट्रॉनिक्स में भी इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरों की मांग रहती है।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के अवसर

सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी के कई अवसर होते हैं। उम्मीदवार आरआबी जेई और एसएससी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा, यूपीएससी इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा की तैयारी भी कर सकते हैं।

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