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ISRO का 2026 कैलेंडर: रोबोट व्योममित्र और PSLV का पहला लॉन्च

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2026 के लिए अपने कैलेंडर का अनावरण किया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें बिना क्रू वाला गगनयान, रोबोट व्योममित्र, और PSLV का पहला लॉन्च शामिल हैं। ISRO का यह प्रयास मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक मजबूत आधार तैयार करने के साथ-साथ नई तकनीकों का परीक्षण करने का है। जानें और क्या योजनाएं हैं ISRO की 2026 के लिए।
 

ISRO का 2026 कैलेंडर

ISRO 2026 कैलेंडरImage Credit source: Getty image

ISRO Calendar 2026: जैसे ही 2025 समाप्त हो रहा है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2026 के लिए अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इस नए कैलेंडर में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें एक रोबोट को अंतरिक्ष में भेजना और PSLV का पहला लॉन्च शामिल है।

आइए जानते हैं कि ISRO के 2026 के लिए क्या प्रस्तावित है और किन परियोजनाओं पर काम चल रहा है।

बिना क्रू वाला गगनयान और रोबोट व्योममित्र

2026 में ISRO का एक प्रमुख प्रोजेक्ट बिना क्रू वाला गगनयान होगा, जिसमें रोबोट व्योममित्र को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। यह मिशन भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करेगा, जिसमें 2027 में तीन अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की योजना है। इस टेस्ट रन के लिए व्योममित्र का उपयोग किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि मानव यात्रा कितनी सुरक्षित है।

ISRO का यह मिशन बिना क्रू वाले दो परीक्षणों के साथ शुरू होगा, जो 2027 के गगनयान मिशन से पहले होंगे।

PSLV का पहला लॉन्च

ISRO 2026 में पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) का पहला लॉन्च भी करेगा, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और लार्सन एंड टुब्रो (L&T) द्वारा विकसित किया गया है। यह लॉन्च ओशन सैट 3A के साथ पहली तिमाही में होने की संभावना है। PSLV एक बहुपरकारी लॉन्च सिस्टम है, जो पहले भी चंद्रयान को लॉन्च कर चुका है।

इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य पृथ्वी और समुद्र के विभिन्न हिस्सों का अध्ययन करना है, जिससे मौसम की निगरानी और अन्य कार्यों में मदद मिलेगी।

क्वांटम-की डिस्ट्रीब्यूशन

ISRO 2026 में एक टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेशन सैटेलाइट भी लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसमें नई तकनीकों का परीक्षण किया जाएगा। इसमें क्वांटम-की डिस्ट्रीब्यूशन शामिल है, जो सुरक्षित डेटा ट्रांसमिशन के लिए एक नई विधि है।

इंडो-मॉरीशस जॉइंट सैटेलाइट मिशन

2026 में IMJS मिशन भी लॉन्च किया जाएगा, जो भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग का परिणाम है। इस मिशन के तहत एक छोटा सैटेलाइट लॉन्च किया जाएगा, जिसकी लागत भारत सरकार उठाएगी।

रॉकेट विक्रम 1 की लॉन्चिंग

2026 में रॉकेट विक्रम 1 की लॉन्चिंग भी प्रस्तावित है, जो भारत की पहली प्राइवेट स्पेस कंपनी स्काई रूट एयरोस्पेस का प्रोजेक्ट है। इसकी सफलता के बाद कंपनी के पास पृथ्वी की निचली सतह पर पहुंचने की क्षमता वाला लॉन्च व्हीकल होगा।

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