IAS कुणाल रस्तोगी: 15वीं रैंक से बने IAS, जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी
IAS कुणाल रस्तोगी की कहानी
आईएएस कुणाल रस्तोगी. Image Credit source: IAS Kunal Rastogi linkedin
IAS कुणाल रस्तोगी: उत्तर प्रदेश के ट्रेनी आईएएस कुणाल रस्तोगी हाल ही में एक घटना के कारण सुर्खियों में आए हैं। उन्होंने एक स्कूल में बंद बच्चे को बाहर निकाला, जो शिक्षकों की लापरवाही के कारण रो रहा था। जब कुणाल रस्तोगी किसी मामले की जांच के लिए स्कूल के पास पहुंचे, तो उन्होंने बच्चे की आवाज सुनी और तुरंत खंड शिक्षा अधिकारी को बुलाया।
यह घटना बिजनौर के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय नवादा की है। ट्रेनी आईएएस के पास बीडीओ हल्दौर का भी चार्ज है। वह स्कूल में बने आंगनबाड़ी केंद्र की जांच करने गए थे। इसी दौरान उन्होंने बंद स्कूल से रोते हुए बच्चे की आवाज सुनी। उन्होंने बच्चे का नाम पूछा और तुरंत खंड शिक्षा अधिकारी को फोन कर स्कूल की चाबी मंगवाई। एक घंटे बाद शिक्षामित्र चाबी लेकर आया और वंश नाम के बच्चे को स्कूल से बाहर निकाला गया।
IAS कुणाल रस्तोगी का प्रोफाइल
कुणाल रस्तोगी ने 2022 में अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी, जिसमें उन्हें देशभर में 15वीं रैंक प्राप्त हुई। वह यूपी कैडर के ट्रेनी आईएएस अधिकारी हैं और लखनऊ के निवासी हैं। उनके पिता पुनीत रस्तोगी एक सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में बीएसएफ में आईजी के पद पर कार्यरत हैं।
IAS कुणाल रस्तोगी की शिक्षा
कुणाल ने बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी करने के बजाय यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले दो प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन तीसरी बार उन्होंने परीक्षा पास की। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अगरतला और लखनऊ में हुई, और उन्होंने बिट्स पिलानी से बीटेक की डिग्री प्राप्त की है।
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