×

FATF ने पाकिस्तान के आतंक वित्तपोषण पर कड़ी नजर रखने का किया ऐलान

FATF ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है और यह स्पष्ट किया है कि ऐसे हमले बिना वित्तीय सहायता के संभव नहीं हैं। भारत ने पाकिस्तान के आतंक वित्तपोषण के मुद्दे को उठाते हुए FATF से पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने की मांग की है। इसके जवाब में, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया, जिसमें कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। FATF अब देशों की आतंक वित्तपोषण से निपटने की रणनीतियों पर अधिक ध्यान देने का वादा कर रहा है।
 

FATF की कड़ी प्रतिक्रिया

आतंकवाद के वित्तपोषण के मुद्दे को लगातार उठाने के बाद, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने सोमवार को 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की। इस दौरान, FATF ने यह भी घोषणा की कि वह देशों की आतंक वित्तपोषण से निपटने की रणनीतियों पर अधिक ध्यान देगा।


FATF की चिंता

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, FATF ने एक बयान में कहा, "आतंकवादी हमले लोगों की जान लेते हैं, उन्हें घायल करते हैं और दुनिया भर में भय फैलाते हैं। FATF पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए क्रूर आतंकवादी हमले को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करता है और इसकी निंदा करता है। यह और अन्य हालिया हमले बिना धन और आतंकवादियों के समर्थकों के बीच धन के प्रवाह के साधनों के बिना संभव नहीं हो सकते।"


भारत की पहल

FATF के ये बयान उस समय आए हैं जब भारत ने लगातार इस मुद्दे को उठाया है कि पाकिस्तान कैसे धन का उपयोग हथियार खरीदने और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है। भारत ने पाकिस्तान को "ग्रे लिस्ट" में डालने की मांग की है।


7 मई को, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का संचालन किया, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी।