EPFO अपडेट: क्या पीएफ कर्मचारियों की पेंशन में होगी वृद्धि?
EPFO में नई पेंशन योजना का आगाज़
EPFO अपडेट: केंद्र सरकार ने EPFO में यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) की शुरुआत की है। यह योजना कर्मचारियों के लिए एक समेकित पेंशन विकल्प प्रदान करती है, जिसमें न्यूनतम पेंशन, पारिवारिक पेंशन और महंगाई राहत जैसी सुविधाएं शामिल हैं। UPS के लागू होने के बाद, निजी क्षेत्र के कर्मचारियों ने न्यूनतम पेंशन में वृद्धि की मांग की है। वे लगातार सरकार को पत्र भेजकर पेंशन राशि बढ़ाने की अपील कर रहे हैं और वेतन सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये करने की भी मांग कर रहे हैं।
सरकार की संभावित प्रतिक्रिया
उम्मीद की जा रही है कि सरकार न्यूनतम पेंशन को 10,000 रुपये तक बढ़ा सकती है। यदि सरकार इस मांग को स्वीकार करती है, तो यह पीएफ कर्मचारियों के लिए एक बड़ा उपहार होगा। वर्तमान में, रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती है।
ब्याज दरों की घोषणा
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ब्याज दर की घोषणा की है, जिसमें पीएफ कर्मचारियों को 8.25 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। पिछले वित्त वर्ष में भी यही ब्याज दर लागू थी। लगभग 7 करोड़ कर्मचारियों को इस ब्याज का लाभ मिलेगा, और अब सभी अपने खातों में पैसे आने का इंतजार कर रहे हैं।
EPS में योगदान की स्थिति
वर्तमान में, कर्मचारियों की बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत हर महीने उनके PF खाते में जमा होता है, जिसमें कंपनी भी 12 प्रतिशत का योगदान देती है। इस 12 प्रतिशत में से 8.33 प्रतिशत EPS खाते में जाता है, जबकि शेष 3.67 प्रतिशत PF खाते में जमा होता है।
नियमों के अनुसार, योग्य वेतन की अधिकतम सीमा 15,000 रुपये है, जिससे हर महीने 1,250 रुपये उनके पेंशन खाते में जाते हैं। यदि वेतन सीमा 21,000 रुपये होती है, तो 2,499 रुपये EPS में और 1,251 रुपये PF में हर महीने जमा होंगे।
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