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ED की बड़ी कार्रवाई: उद्योगपति के डिजिटल अरेस्ट मामले में 11 ठिकानों पर छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लुधियाना के उद्योगपति एस. पी. ओसवाल के डिजिटल अरेस्ट मामले में 22 दिसंबर 2025 को 11 स्थानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला है कि साइबर ठगों ने ओसवाल से 7 करोड़ रुपये की ठगी की थी। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में रूमी कलिता को भी गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने आरोपी को 2 जनवरी 2026 तक ED कस्टडी में भेज दिया है। मामले की जांच अभी जारी है, और और भी खुलासे होने की संभावना है।
 

प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी


प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जालंधर जोनल टीम ने लुधियाना के एक उद्योगपति के डिजिटल अरेस्ट से संबंधित मामले में महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। 22 दिसंबर 2025 को, ED ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और असम में 11 स्थानों पर छापे मारे। इस दौरान एक महिला को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है।


ED के अनुसार, यह मामला लुधियाना के प्रसिद्ध उद्योगपति एस. पी. ओसवाल से जुड़ा है, जिन्हें साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के जरिए करोड़ों रुपये की ठगी का शिकार बनाया। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए हैं। ED की जांच लुधियाना के साइबर क्राइम थाने में दर्ज FIR के आधार पर शुरू हुई थी, जिसके बाद इसी गिरोह से जुड़े 9 और मामले भी सामने आए।


साइबर ठगों द्वारा 7 करोड़ की ठगी

फर्जी CBI अधिकारी बनकर ओसवाल से ठगे 7 करोड़


जांच में यह पता चला है कि साइबर ठगों ने खुद को CBI अधिकारी बताकर और फर्जी सरकारी दस्तावेज दिखाकर एस. पी. ओसवाल को डराया और उनसे 7 करोड़ रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करवा लिए। इनमें से 5.24 करोड़ रुपये बरामद कर पीड़ित को वापस कर दिए गए हैं। बाकी रकम फर्जी और म्यूल अकाउंट्स में भेजी गई थी, जो मजदूरों और डिलीवरी बॉय जैसे लोगों के नाम पर खोले गए थे।


रूमी कलिता की भूमिका

ठगी को रकम को खपाती थी रूमी कलिता


ED के अनुसार, ठगी की रकम को छिपाने और घुमाने का कार्य रूमी कलिता नाम की महिला कर रही थी। वह इन म्यूल अकाउंट्स के बैंक विवरण का उपयोग करती थी और बदले में उसे ठगी की रकम का एक हिस्सा मिलता था। छापेमारी में मिले सबूतों से यह स्पष्ट हुआ है कि वह मनी लॉन्ड्रिंग की प्रक्रिया में शामिल थी। ED ने रूमी कलिता को 23 दिसंबर 2025 को PMLA के तहत गिरफ्तार किया।


कोर्ट में पेशी

कोर्ट ने 2 जनवरी तक ED कस्टडी में भेजा


ED ने गुवाहाटी की CJM कोर्ट से उसे 4 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लिया, जिसके बाद उसे जालंधर की विशेष PMLA कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को 2 जनवरी 2026 तक 10 दिन की ED कस्टडी में भेज दिया है। इस मामले में इससे पहले भी 31 जनवरी 2025 को तलाशी ली गई थी, जिसमें कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे। ED ने स्पष्ट किया है कि मामले की जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं।