हिमाचल प्रदेश: आपदा के 14 दिन बाद मंडी जिले में खुले स्कूल, पूर्व सीएम जयराम ठाकुर बच्चों से मिले
मंडी, 14 जुलाई (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जनजीवन धीरे-धीरे जीवन पटरी पर लौट रहा है। आपदा के 14 दिन बाद सोमवार को सराज घाटी के अधिकांश स्कूल फिर से खोले गए। सराज विधानसभा क्षेत्र में लगभग 100 प्राइमरी, मिडिल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूल हैं। हालांकि, 9 स्कूल अभी भी भारी नुकसान के कारण बंद हैं।
14 दिनों के बाद स्कूल खुलने से बच्चों में खुशी का माहौल दिखा। छात्रा कृतिका और छात्र शशांक ठाकुर ने बताया कि स्कूल खुलने की खुशी तो है, लेकिन आपदा के कारण स्कूलों की बदहाल स्थिति देखकर मन दुखी है।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सोमवार को बगस्याड़ स्कूल का दौरा किया और बच्चों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने बच्चों को मेहनत करने और अपने भविष्य को संवारने का संदेश दिया।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सराज घाटी में आपदा से हुए नुकसान के बाद अब समय चुनौतियों को पार कर आगे बढ़ने का है, इसलिए सभी व्यवस्थाओं को धीरे-धीरे सुचारू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "बारिश के कारण जिस प्रकार का नुकसान हुआ था, उसे देखते हुए यह जरूरी था कि बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों को कुछ दिन के लिए बंद किया जाए। सोमवार से स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला हुआ। अब आगे सब कुछ मौसम पर निर्भर करेगा।"
फिलहाल सराज क्षेत्र में जो 9 स्कूल बंद हैं, उनमें खबलेच, बखलवार, बन्याड़, निहरी सुनाह, भलवार, रूहाड़ा, भुलाह, लामसाफड़ और नरैणधार के स्कूल शामिल हैं।
इधर, 14 दिन से लापता तीन छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला है। शिक्षा खंड बगस्याड़ के खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी इंद्र सिंह भारद्वाज ने बताया कि आपदा में सराज घाटी के तीन छात्र लापता हैं। ये बच्चे लामसाफड़ क्षेत्र के रहने वाले हैं और मलबे के साथ बह गए थे। उनकी अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है।
30 जून को सराज घाटी में प्राकृतिक आपदा ने जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया था। इस आपदा ने न केवल लोगों की जिंदगी प्रभावित की, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी भारी क्षति पहुंचाई। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इस आपदा में 27 लोगों की मौत का दावा करते हैं।
--आईएएनएस
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