BrahMos और YJ-12: कौन सा मिसाइल है अधिक शक्तिशाली?
चीन का नया खतरनाक मिसाइल YJ-21
हाल ही में, चीन ने अपने सबसे खतरनाक हथियारों का सार्वजनिक प्रदर्शन किया। विजय दिवस पर आयोजित सैन्य परेड में एक मिसाइल ने सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया - YJ-21। चीन इसे 'किलर मिसाइल' कहता है, जिसकी गति ध्वनि की गति से छह गुना अधिक (Mach-6) बताई जाती है। चीन का दावा है कि इसकी गति इतनी अधिक है कि किसी भी वायु रक्षा प्रणाली के लिए इसे पकड़ना लगभग असंभव है।
BrahMos और YJ-12 की तुलना
कई लोग इसे भारत के ब्रह्मोस मिसाइल के साथ तुलना कर रहे हैं। ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण हो गया है कि ब्रह्मोस और YJ-12 में से कौन सा अधिक शक्तिशाली है।
YJ-12 बनाम ब्रह्मोस: रेंज और गति की तुलना
YJ-12 की रेंज के बारे में कई दावे किए गए हैं। 2016 के झुहाई एयरशो में इसकी रेंज 290 किमी बताई गई थी, जबकि अमेरिका के नौसैनिक युद्ध कॉलेज की समीक्षा में इसे 400 किमी तक बताया गया। कुछ विशेषज्ञ इसे 300 किमी मानते हैं। औसतन, YJ-12 की रेंज 250 से 400 किमी के बीच मानी जाती है और इसकी गति 4 Mach तक पहुँच सकती है।
ब्रह्मोस की प्रारंभिक रेंज 290 किमी थी, जिसे अब 350 किमी तक बढ़ा दिया गया है। इसकी गति 3.5 Mach तक पहुँचती है। इस प्रकार, YJ-12 में थोड़ी बढ़त है, लेकिन यह अंतर निर्णायक नहीं कहा जा सकता।
प्रोपल्शन सिस्टम की तुलना
ब्रह्मोस एक मल्टी-स्टेज मिसाइल है, जिसमें पहले चरण में ठोस ईंधन रॉकेट बूस्टर और दूसरे चरण में तरल ईंधन रामजेट इंजन होता है। इसका डिज़ाइन हल्का, सरल और विश्वसनीय है। दूसरी ओर, YJ-12 एक एकीकृत रामजेट प्रणाली का उपयोग करता है, जो इसे ब्रह्मोस की तुलना में कम प्रभावी बना सकता है।
गाइडेंस और सटीकता
ब्रह्मोस में एक दो-चरणीय गाइडेंस प्रणाली है, जिसमें जड़त्वीय और उपग्रह नेविगेशन का उपयोग किया जाता है। अंतिम चरण में, यह सक्रिय रडार होमिंग और 'फायर एंड फॉरगेट' प्रणाली के माध्यम से लक्ष्य पर प्रहार करता है। YJ-12 में जड़त्वीय गाइडेंस और चीन की स्वदेशी BDS (बेदो उपग्रह प्रणाली) है, जो GPS का विकल्प मानी जाती है। इसकी सक्रिय रडार खोजक की सटीकता 90% से अधिक बताई जाती है।
ब्रह्मोस की गोलाकार त्रुटि संभावना (CEP) केवल 1 मीटर है, जबकि YJ-12 की CEP 5-7 मीटर के बीच है। इस संदर्भ में, ब्रह्मोस YJ-12 की तुलना में कहीं अधिक सटीक साबित होता है।
रडार सुरक्षा और लचीलापन
ब्रह्मोस 3-4 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकता है, जिससे यह दुश्मन के रडार से बचता है। YJ-12 में भी समुद्री स्किमिंग तकनीक है, लेकिन इसकी सटीक जानकारी गोपनीय रखी गई है।
ब्रह्मोस को हवा, पानी और भूमि से दागा जा सकता है। इसे युद्धपोतों, TEL, पनडुब्बियों और लड़ाकू विमानों से लॉन्च किया जा सकता है। इसका एयर-लॉन्च परीक्षण सुखोई Su-30 MKI से सफलतापूर्वक किया गया है।
YJ-12 की विशेषताएँ और सीमाएँ
YJ-12 को हवा से और भूमि आधारित प्लेटफार्मों से दागा जा सकता है। इसका निर्यात संस्करण CM-302, जिसे दुनिया का सबसे अच्छा एंटी-शिप मिसाइल बताया जा रहा है, 5000 टन के युद्धपोत को नष्ट करने की क्षमता रखता है। YJ-12 को कई चीनी लड़ाकू विमानों और बमवर्षकों से भी लॉन्च किया जा सकता है। PLAN के चार सोवरेमेन-श्रेणी के विध्वंसक YJ-12 से लैस हैं।
BrahMos-II बनाम चीनी निर्यात संस्करण
BrahMos-II पर काम चल रहा है, जिसकी रेंज 600-800 किमी और गति 8 Mach तक होगी। वहीं, चीन की CASIC कंपनी निर्यात संस्करणों पर काम कर रही है, जिन्हें CM-302 और CM-400AKG कहा जाता है। CM-400AKG या 'रेकर' को एक हाइपरसोनिक मिसाइल के रूप में वर्णित किया जा रहा है, जो अंतिम चरण में 5.5+ Mach की गति तक पहुँच सकती है। पाकिस्तान ने 2020 में इस मिसाइल के 60 यूनिट्स के लिए एक समझौता किया था।