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Ben Stokes के 34वें जन्मदिन पर उनके टेस्ट क्रिकेट के 5 बेहतरीन प्रदर्शन

बेन स्टोक्स, इंग्लैंड के कप्तान, आज 34 वर्ष के हो गए हैं। उनके क्रिकेट करियर में कई यादगार प्रदर्शन रहे हैं। इस लेख में हम उनके टेस्ट क्रिकेट में किए गए शीर्ष 5 पारियों पर चर्चा करेंगे, जिसमें उनकी अद्वितीय क्षमताओं और साहस का प्रदर्शन शामिल है। जानें कि कैसे उन्होंने अपने खेल से इंग्लैंड को महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
 

भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट श्रृंखला की तैयारी

भारतीय प्रीमियर लीग 2025 के समापन के बाद, अब ध्यान आगामी भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट श्रृंखला पर केंद्रित हो गया है। इंग्लैंड 20 जून से भारत का सामना करने के लिए तैयार है, जिसमें 5 मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेली जाएगी। इंग्लैंड की टीम को अपने कप्तान और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की वापसी से बड़ा लाभ मिला है। आज बेन स्टोक्स 34 वर्ष के हो गए हैं। आइए उनके टेस्ट क्रिकेट में किए गए शीर्ष 5 प्रदर्शन पर नजर डालते हैं।


बेन स्टोक्स के शीर्ष 5 टेस्ट पारियां

1. 135 बनाम ऑस्ट्रेलिया – हेडिंग्ले, 2019 (एशेज)


इस मैच में इंग्लैंड को जीत के लिए 359 रन का लक्ष्य था। इंग्लैंड ने 286 रन पर 9 विकेट खो दिए थे, लेकिन बेन स्टोक्स ने 135 रन की शानदार पारी खेली। उन्होंने 8 छक्के लगाए और अंतिम बल्लेबाज जैक लीच के साथ मिलकर इंग्लैंड को 1 विकेट से जीत दिलाई। यह पारी टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे महान पारियों में से एक मानी जाती है.


2. 258 बनाम दक्षिण अफ्रीका – केप टाउन, 2016


बेन स्टोक्स ने 198 गेंदों में 258 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 130.30 था। यह इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी द्वारा टेस्ट में सबसे तेज डबल सेंचुरी है। उन्होंने जॉनी बेयरस्टो के साथ एक बड़ी साझेदारी की, जिससे इंग्लैंड ने 629 रन बनाए।


3. 120 बनाम ऑस्ट्रेलिया – पर्थ, 2013


यह बेन स्टोक्स का केवल दूसरा टेस्ट मैच था। इंग्लैंड पहले ही एशेज श्रृंखला 0-3 हार चुका था। इस कठिन पिच पर, स्टोक्स ने 120 रन बनाकर अपनी पहली टेस्ट सेंचुरी बनाई।


4. 120 बनाम भारत – राजकोट, 2016


भारत में विदेशी खिलाड़ियों के लिए खेलना चुनौतीपूर्ण होता है। बेन स्टोक्स ने अश्विन और जडेजा जैसे शीर्ष स्पिनरों के खिलाफ 120 रन बनाए। उनकी पारी ने इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।


5. 82 बनाम न्यूजीलैंड – लॉर्ड्स, 2022


यह स्टोक्स का इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान के रूप में पहला मैच था। इंग्लैंड को 277 रन का लक्ष्य था और वे मुश्किल स्थिति में थे। स्टोक्स ने 82 रन की तेज और आत्मविश्वासी पारी खेली, जिसने टीम को विश्वास दिलाया।