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8 वर्षीय बच्चे ने ऑनलाइन AK-47 मंगवाई, मां की हैरानी का कोई ठिकाना नहीं

एक 8 वर्षीय लड़के ने डार्क वेब के माध्यम से AK-47 राइफल ऑर्डर की, जिससे उसकी मां हैरान रह गई। यह घटना नीदरलैंड में हुई, जहां बच्चे ने बिना किसी जानकारी के यह राइफल मंगवाई। मां ने बताया कि उनका बेटा कंप्यूटर पर बहुत समय बिताता था और हैकिंग में रुचि रखता था। इस घटना ने साइबर सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। जानें इस चौंकाने वाली कहानी के बारे में और कैसे जागरूकता जरूरी है।
 

नीदरलैंड में चौंकाने वाला मामला

8 वर्षीय बच्चे ने ऑनलाइन AK-47 मंगवाई, मां की हैरानी का कोई ठिकाना नहीं!


नई दिल्ली: आपने शायद ऑनलाइन फूड, गैजेट्स या अन्य घरेलू सामान मंगवाने के बारे में सुना होगा, लेकिन एक 8 वर्षीय लड़के ने डार्क वेब के माध्यम से एक AK-47 राइफल ऑर्डर कर दी। यह जानकर उसकी मां हैरान रह गई कि यह राइफल उसके घर पर डिलीवर कर दी गई। यह घटना नीदरलैंड की है, जहां महिला ने बताया कि उसके बेटे ने उसकी जानकारी के बिना यह राइफल खरीदी। जब यह राइफल घर पहुंची, तो उसकी मां के होश उड़ गए। उसने तुरंत जानकारी जुटाई और पाया कि इसके पीछे डार्क वेब का हाथ था, जहां इस तरह के अवैध कार्य होते हैं।


डार्क वेब का खतरनाक जाल

डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है, जहां तक सामान्य सर्च इंजन जैसे Google या Bing नहीं पहुंच सकते। इसके लिए विशेष ब्राउज़र और अनुमति की आवश्यकता होती है। डार्क वेब पर मौजूद सामग्री किसी कानून के दायरे में नहीं आती और यहां ड्रग्स, हथियारों सहित कई गैरकानूनी गतिविधियां होती हैं। यह Onion Routing तकनीक पर आधारित है, जो उपयोगकर्ताओं को ट्रैकिंग से बचाती है। यहां ऐसे स्कैमर्स भी होते हैं, जो बैन की गई चीजें बेहद सस्ते दाम पर बेचते हैं। इस जाल में फंसकर लड़के ने ऑनलाइन राइफल मंगवाई।


मां का अनुभव और जागरूकता की आवश्यकता

AK-47 खरीदने वाले लड़के की मां, बारबरा जेमेन ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनका बेटा कंप्यूटर पर बहुत समय बिताता था और उसने 8 साल की उम्र में हैकिंग शुरू कर दी थी। बारबरा ने कहा कि हैकर्स ने उनके बेटे का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी किया। उन्होंने बताया कि जब वे बेटे के कमरे में जाते, तो वह ऑनलाइन गेम खेलते समय कोड वर्ड में बात करता था। जब उन्हें पता चला कि बेटे ने AK-47 मंगवाई है, तो स्थिति गंभीर हो गई।


बारबरा ने राइफल को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया, और पूछताछ के बाद पुलिस ने उनके बेटे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जांच में पता चला कि वह अंतरराष्ट्रीय हैकरों के जाल में फंस गया था। इस घटना के बाद, बारबरा ने साइबर सुरक्षा में प्रशिक्षण लेने का निर्णय लिया और अब वह डच पुलिस में साइबर स्पेशल वालंटियर हैं। बारबरा का कहना है कि आजकल बच्चों के लिए साइबर क्राइम का शिकार होना बहुत आसान है, इसलिए जागरूकता बेहद जरूरी है।