21 साल की उम्र में 197 देशों की यात्रा: लेक्सी अल्फोर्ड का अद्भुत सफर
लेक्सी अल्फोर्ड का अनोखा सफर
क्या आपने कभी सोचा है कि कोई युवा सिर्फ 21 साल की उम्र में दुनिया के लगभग सभी देशों की यात्रा कर सकता है? यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं है, बल्कि लेक्सी अल्फोर्ड नाम की एक साहसी युवा की वास्तविकता है। लेक्सी ने अपनी कम उम्र में 197 देशों की यात्रा कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है। लेकिन उनके अनुभव में पाकिस्तान के बारे में जो बातें हैं, वे आपकी सोच को पूरी तरह बदल सकती हैं।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर बढ़ता सफर
लेक्सी अल्फोर्ड, जिन्हें 'लेक्सी लिमिटलेस' के नाम से भी जाना जाता है, ने 18 साल की उम्र से ही यात्रा करने का अपना सफर शुरू किया। उनका उद्देश्य केवल रिकॉर्ड बनाना नहीं था, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों को समझना और दुनिया को करीब से देखना था। तीन साल की मेहनत, अनगिनत वीजा आवेदन, और कई चुनौतियों का सामना करते हुए, उन्होंने 21 साल और 177 दिन की उम्र में सभी 195 संप्रभु देशों का दौरा पूरा किया, साथ ही कुछ अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया, जिससे कुल संख्या 197 हो गई। उन्होंने अपनी यात्रा के लिए मुख्य रूप से हवाई जहाज, नावों और ट्रेनों का उपयोग किया।
पाकिस्तान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण
दुनिया के विभिन्न हिस्सों का अनुभव करने के बाद, लेक्सी ने कुछ देशों का उल्लेख किया, जिनका अनुभव उनकी अपेक्षाओं से भिन्न था। इनमें पाकिस्तान भी शामिल था। मीडिया में पाकिस्तान की जो छवि प्रस्तुत की जाती है, उससे अलग लेक्सी का अनुभव बेहद सकारात्मक और चौंकाने वाला था।
लेक्सी ने पाकिस्तान को 'दुनिया के सबसे अतिथि-परायण और नैसर्गिक रूप से खूबसूरत' देशों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की यात्रा करना उनके लिए एक सम्मान की बात थी। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने काराकोरम हाईवे, फेयरी मीडोज नेशनल पार्क और नंगा परबत जैसे प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थलों का जिक्र किया। लेक्सी ने बताया कि पाकिस्तान में उन्हें वहां के लोगों की अतिथि सत्कार और असली एशियाई संस्कृति का अनुभव मिला, जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी।
जीवन का महत्वपूर्ण संदेश
लेक्सी अल्फोर्ड की यह यात्रा केवल एक रिकॉर्ड नहीं है, बल्कि यह दुनिया को एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। उनका कहना है कि जीवन उतना ही तेज़ी से बीतता है जितना हम सोचते हैं। यह हमें सिखाता है कि हमें पूर्वाग्रहों से मुक्त होकर दुनिया को खुद देखना चाहिए और नई जगहों और संस्कृतियों का अनुभव करना चाहिए। उनकी कहानी उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने का जुनून रखते हैं।