114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह की सड़क दुर्घटना में दुखद मृत्यु
114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह का निधन एक सड़क दुर्घटना में हुआ, जब वह अपने गांव में टहल रहे थे। उनकी मृत्यु ने पूरे देश को शोक में डाल दिया है। प्रधानमंत्री मोदी और अन्य प्रमुख हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। फौजा सिंह ने अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं और उन्होंने युवाओं को फिटनेस के प्रति प्रेरित किया। जानें उनके जीवन की कहानी और उनके योगदान के बारे में।
Jul 15, 2025, 09:59 IST
फौजा सिंह की सड़क दुर्घटना में निधन
प्रसिद्ध मैराथन धावक फौजा सिंह का सोमवार को पंजाब के जालंधर जिले के अपने गांव में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। उनकी उम्र 114 वर्ष थी। जब वह टहल रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। फौजा सिंह की जीवनी के लेखक खुशवंत सिंह ने उनके परिवार से बात की और उनके निधन की पुष्टि की। जालंधर के एक पुलिस अधिकारी ने भी बताया कि फौजा सिंह ब्यास गांव में टहलने निकले थे, जब यह दुर्घटना हुई। उन्हें सिर में गंभीर चोटें आईं और शाम को उनकी मृत्यु हो गई।
दुर्घटना के बाद की स्थिति
आदमपुर थाने के एसएचओ हरदेवप्रीत सिंह ने बताया कि दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने फौजा सिंह की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैं महान मैराथन धावक और दृढ़ता के प्रतीक सरदार फौजा सिंह जी के निधन से बहुत दुखी हूं। उन्होंने 114 वर्ष की आयु में 'नशा मुक्त, रंगला पंजाब' मार्च में मेरे साथ भाग लिया था।' उन्होंने यह भी कहा कि उनकी विरासत पंजाब को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रेरणा देती रहेगी। ओम शांति ओम।
प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फौजा सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह एक असाधारण व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने अद्वितीय व्यक्तित्व से भारत के युवाओं को 'फिटनेस' के विषय पर प्रेरित किया। उन्होंने कहा, 'फौजा सिंह असाधारण व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने विशिष्ट व्यक्तित्व से और 'फिटनेस' के विषय पर भारत के युवाओं को प्रेरित किया।' मोदी ने कहा कि उनकी मृत्यु से उन्हें बहुत दुख हुआ है और उन्होंने उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
फौजा सिंह की विरासत
खुशवंत सिंह ने 'एक्स' पर लिखा, 'मेरा 'टर्बन्ड टॉरनेडो' अब नहीं रहा। मुझे परम श्रद्धेय फौजा सिंह के निधन की खबर देते हुए बहुत दुख हो रहा है। अज्ञात वाहन ने उन्हें उस समय टक्कर मारी जब वह अपने गांव में सड़क पार कर रहे थे। मेरे प्यारे फौजा, आपकी आत्मा को शांति मिले।' सड़क दुर्घटना के बाद फौजा सिंह को जालंधर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर चोटों के कारण मृत्यु हो गई।