सर्दियों में यूरिक एसिड के बढ़ने के लक्षण और नियंत्रण के उपाय
सर्दियों में यूरिक एसिड के बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ सकती है। यह लेख यूरिक एसिड के लक्षणों, गाउट के खतरे और इसे नियंत्रित करने के उपायों पर प्रकाश डालता है। जानें कि कैसे खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके आप इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
Dec 17, 2025, 19:42 IST
यूरिक एसिड की समस्या
सर्दियों में जोड़ों में दर्द, सूजन या चलने में कठिनाई होना एक गंभीर संकेत हो सकता है। यह यूरिक एसिड के बढ़ने का संकेत है। जिन लोगों को पहले से ही यह समस्या है, उन्हें सर्दियों में अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस मौसम में लोग गर्मियों की तुलना में कम पानी पीते हैं, जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा, खानपान में बदलाव भी इस समस्या को बढ़ा सकता है।
डॉक्टर की सलाह
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के निदेशक प्रोफेसर डॉ. सुभाष गिरि के अनुसार, सर्दियों में लोग मांस, अंडे और ड्राई फ्रूट्स का सेवन बढ़ा देते हैं, जिनमें प्यूरिन की मात्रा अधिक होती है। इस मौसम में शारीरिक गतिविधि भी कम होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और यूरिक एसिड जमा होने लगता है। इसके परिणामस्वरूप, जोड़ों में दर्द और सूजन हो सकती है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
लक्षणों की पहचान
- पैर के अंगूठे में अचानक तेज दर्द
- घुटनों में अचानक तेज दर्द
- जोड़ों में सूजन
- सुबह उठते समय चलने में कठिनाई
गाउट का खतरा
डॉ. सुभाष बताते हैं कि यदि यूरिक एसिड लंबे समय तक बढ़ा रहता है, तो यह गाउट नामक बीमारी का कारण बन सकता है। इस स्थिति में जोड़ों में तेज दर्द होता है। इसके उपचार के लिए खानपान पर ध्यान देने के साथ-साथ दवाओं का सेवन भी आवश्यक होता है। यदि आपको यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और टेस्ट कराएं।
यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के उपाय
सर्दियों में नियंत्रण के तरीके
- शरीर में पानी की कमी न होने दें
- रेड मीट और राजमा से बचें
- हाई-प्यूरिन खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें
- शराब से दूर रहें
- हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें