नाभि खिसकने के कारण और उपचार: जानें कैसे करें सही
नाभि खिसकना एक आम समस्या है, जो तनाव और गलत जीवनशैली के कारण होती है। यह स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इस लेख में, हम नाभि खिसकने के कारण, लक्षण और इसे सही करने के उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे सरल उपायों से नाभि को सही स्थान पर लाया जा सकता है और इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से कैसे बचा जा सकता है।
Oct 23, 2025, 06:18 IST
नाभि खिसकने का परिचय
नाभि का खिसकना एक सामान्य समस्या है, जो आधुनिक जीवनशैली के कारण उत्पन्न होती है। तनाव और भागदौड़ भरे जीवन में, नाभि चक्र अक्सर प्रभावित होता है। खेलकूद के दौरान, असावधानी से झुकने या भारी वस्तुएं उठाने से भी नाभि खिसक सकती है। कुछ मामलों में, यह समस्या बचपन से ही हो सकती है।
नाभि खिसकने का परीक्षण
सुबह खाली पेट शवासन में लेटकर नाभि में स्पंदन महसूस करें। यदि स्पंदन नाभि से थोड़ा हटकर है, तो इसे नाभि का खिसकना माना जाता है।
नाभि खिसकने के लक्षण
नाभि के खिसकने से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे:
- ऊपर की ओर खिसकने पर: यह यकृत, प्लीहा और अग्नाशय की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकता है, जिससे मधुमेह और अस्थमा जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।
- नीचे की ओर खिसकने पर: यह मलाशय और गर्भाशय की कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- बाईं ओर खिसकने पर: सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- दाहिनी ओर खिसकने पर: अग्नाशय और यकृत की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है।
नाभि खिसकने पर क्या करें
यदि नाभि खिसक गई है, तो हल्का सुपाच्य आहार दें। मूँगदाल की खिचड़ी और अदरक का रस मिलाकर सेवन करना फायदेमंद होता है।
नाभि को सही स्थान पर लाने के उपाय
- एक दरी पर लेटकर प्लास्टिक की गेंद को नाभि के मध्य रखें और पांच मिनट तक ऐसे ही लेटे रहें।
- कमर के बल लेटकर पादांगुष्ठनासास्पर्शासन करें।
- नाभि के चारों ओर सूखे आँवले का आटा और अदरक का रस मिलाकर बांधें।
- नाभि को सेट करने के बाद चांदी की कड़ी पहनें।
- सोंफ और गुड़ का सेवन करें।