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त्वचा कैंसर से बचाव में विटामिन बी3 का महत्व

त्वचा कैंसर से बचने के लिए विटामिन बी3 का सेवन अत्यंत लाभकारी हो सकता है। शोध बताते हैं कि यह विटामिन सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा में सनस्क्रीन से भी अधिक प्रभावी है। जानें इसके स्रोत, लाभ और कैसे यह त्वचा कैंसर के खतरे को कम करता है। इस लेख में विटामिन बी3 के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।
 

त्वचा कैंसर और विटामिन बी3


त्वचा कैंसर का मुख्य कारण सूर्य की हानिकारक किरणों का संपर्क है। यदि आप इस बीमारी से बचना चाहते हैं, तो विटामिन बी3 का सेवन बढ़ाना फायदेमंद हो सकता है। यह विटामिन सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा में सनस्क्रीन से भी अधिक प्रभावी है। कई अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि विटामिन बी3 का नियमित सेवन स्किन कैंसर के खतरे को एक चौथाई तक कम कर सकता है। इस विषय में और जानकारी के लिए आगे पढ़ें।


आस्ट्रेलिया में किए गए शोध के निष्कर्ष

सिडनी विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि विटामिन बी3 के नियमित सेवन से सामान्य त्वचा कैंसर का खतरा एक चौथाई तक कम किया जा सकता है। इस शोध में यह भी दर्शाया गया कि मेवे, मांस और अनाज में मौजूद निकोटीनामाइड (विटामिन बी3) का सेवन टैबलेट या सनस्क्रीन के रूप में करने से यह कोशिकाओं को मजबूत बनाता है और यूवी किरणों के प्रभाव से बचाता है।


स्किन कैंसर से सुरक्षा का तरीका

विटामिन बी3 हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) किरणों से लड़ने में सक्षम है। यह विटामिन उन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जो त्वचा कैंसर को रोकने में सनस्क्रीन से अधिक प्रभावी होते हैं। सूर्य की रोशनी में मौजूद पराबैंगनी विकिरण त्वचा के प्रतिरोधी तंत्र को कमजोर करता है, जिससे त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ता है। जबकि सनस्क्रीन यूवीबी किरणों से सुरक्षा में प्रभावी है, यह यूवीए के खिलाफ कम प्रभावी है।


वहीं, निकोटीनामाइड या विटामिन बी3 यूवीए और यूवीबी दोनों से सुरक्षा प्रदान करके त्वचा की कोशिकाओं को बचाता है। परीक्षणों में यह पाया गया है कि पानी में घुलनशील विटामिन बी3 टैबलेट और लोशन दोनों ही यूवीए और यूवीबी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं।


विटामिन बी3 के स्रोत और लाभ

मूंगफली, बादाम, और मोटे अनाज में विटामिन बी3 पाया जाता है। यह पाचन तंत्र, त्वचा और तंत्रिका तंत्र के लिए आवश्यक है। यह भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने में भी मदद करता है। इसकी कमी से त्वचा में सूजन, पाचन संबंधी समस्याएं, और मानसिक विकास में रुकावट आ सकती है। अधिक मात्रा में लेने से लिवर को नुकसान, पेप्टिक अल्सर, और त्वचा पर रैशेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।


यदि आप धूप में लंबे समय तक रहते हैं, तो त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में सनस्क्रीन के बजाय विटामिन बी3 का सेवन करना अधिक फायदेमंद हो सकता है।