डायबिटीज के लिए किचन में मौजूद ये 3 मसाले हैं वरदान
डायबिटीज: एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो आजकल विश्वभर में लाखों लोगों को प्रभावित कर रही है। इस स्थिति में शरीर सही तरीके से इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता, जिसके कारण रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज के रोगियों को अपने आहार और जीवनशैली में महत्वपूर्ण बदलाव करने की आवश्यकता होती है।
किचन के मसाले: सौंफ, अजवाइन और जीरा
किचन में मौजूद सौंफ, अजवाइन और जीरा डायबिटीज के रोगियों के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकते हैं। इन मसालों का नियमित सेवन रक्त शुगर स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा कर देते हैं। इसी तरह, अजवाइन में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी रक्त शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। जीरा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं।
अध्ययन के निष्कर्ष
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि सौंफ, अजवाइन और जीरा के नियमित सेवन से डायबिटीज के रोगियों में रक्त शुगर स्तर को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है। इस अध्ययन में यह भी देखा गया कि इन मसालों के सेवन से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है, जिससे रक्त शुगर स्तर कम होता है।
शोधकर्ताओं की सलाह
शोधकर्ताओं का मानना है कि सौंफ, अजवाइन और जीरा डायबिटीज के रोगियों के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में कार्य कर सकते हैं। उनका कहना है कि इन मसालों का सेवन करने से रोगियों को दवाओं की मात्रा कम करने या दवाओं से पूरी तरह छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
सेवन के तरीके
सौंफ, अजवाइन और जीरा का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। इन्हें भोजन में मिलाकर, चाय बनाकर या पानी के साथ मिलाकर लिया जा सकता है। इसके अलावा, आप इन तीनों को समान मात्रा में पीसकर पाउडर बना सकते हैं। इन मसालों को भूनकर मिक्सर में महीन पीस लें। फिर, एक बड़ा चम्मच पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर भोजन के बाद सेवन करें।