×

घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए जौ का पानी: आयुर्वेदिक डॉक्टर का सरल उपाय

घुटनों के दर्द से परेशान लोगों के लिए आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने जौ का पानी पीने का एक सरल और प्रभावी उपाय साझा किया है। इस लेख में जानें कि कैसे जौ के पानी का सेवन सूजन और दर्द को कम कर सकता है, और आपकी हड्डियों को मजबूती प्रदान कर सकता है। इस उपाय को अपनाकर आप जल्दी ही राहत महसूस कर सकते हैं।
 

घुटनों के दर्द से राहत का आयुर्वेदिक उपाय


आजकल, कई लोग घुटनों के दर्द से जूझ रहे हैं, जो आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होता है। लेकिन, आज के जीवनशैली, अस्वस्थ आहार, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मोटापे के कारण युवा और मध्य आयु वर्ग के लोग भी इस समस्या का सामना कर रहे हैं।


यदि आप भी इस समस्या से ग्रस्त हैं और जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो यह लेख आपके लिए उपयोगी हो सकता है। यहां हम आपको एक सरल और प्रभावी उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक सलीम जैदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया है।


डॉक्टर जैदी ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में बताया कि जोड़ों के दर्द के पीछे मुख्यतः दो कारण होते हैं: सूजन और कार्टिलेज का घिसना। इन समस्याओं के कारण चलने, उठने-बैठने और सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाई होती है। लोग अक्सर दर्द निवारक दवाएं लेते हैं, लेकिन यह केवल अस्थायी राहत प्रदान करती हैं।


इस दर्द से प्राकृतिक तरीके से राहत पाने के लिए, डॉक्टर जैदी जौ का पानी पीने की सलाह देते हैं। आयुर्वेद में जौ को जोड़ों के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करते हैं और कार्टिलेज को मजबूत बनाते हैं।


जौ के पानी को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए, निम्नलिखित विधि अपनाएं:



  • एक मुट्ठी (लगभग 50 ग्राम) जौ लें।

  • इसे रातभर एक गिलास पानी में भिगोकर रखें।

  • सुबह इस पानी को 10-15 मिनट तक उबालें।

  • फिर इसे ढककर 5-6 घंटे के लिए छोड़ दें।

  • तय समय बाद, इस पानी को छानकर पी लें।


डॉक्टर जैदी का कहना है कि रोजाना एक बार इस जौ के पानी का सेवन करने से घुटनों और हड्डियों को मजबूती मिलेगी। इससे आपको जल्द ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।



  • हालांकि, डॉक्टर जैदी कुछ सावधानियों का पालन करने की सलाह देते हैं। जैसे, जिन लोगों को ग्लूटेन से एलर्जी है, उन्हें इसे नहीं लेना चाहिए।

  • इसके अलावा, किसी पुरानी बीमारी या गर्भावस्था की स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।