गर्मी में दिमाग की नसें क्यों फटती हैं? जानें बचाव के उपाय
दिमाग की नस फटने का कारण
दिमाग की नस फटने को ब्रेन हेमरेज कहा जाता है, जो एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति है। जब दिमाग की किसी नस में रक्त का दबाव अत्यधिक बढ़ जाता है, तो वह फट जाती है, जिससे दिमाग के अंदर रक्तस्राव शुरू होता है। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है। आइए जानते हैं कि दिमाग की नसें क्यों फटती हैं।
गर्मी के मौसम में दिमाग की नसें फटने का एक मुख्य कारण हीट स्ट्रोक और डीहाइड्रेशन है। हीट स्ट्रोक के कारण दिमाग को ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जिससे रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और नसों में दबाव बढ़ जाता है। गर्मी के कारण रक्त चिपचिपा हो जाता है, जिससे नसें फटने का खतरा बढ़ जाता है।
उच्च रक्तचाप भी नसों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप रहने से नसें कमजोर हो जाती हैं, जिससे फटने का जोखिम बढ़ जाता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन भी रक्त कोशिकाओं को कमजोर कर सकता है, जिससे नसें फटने की संभावना बढ़ जाती है।
जब दिमाग की नस फटती है, तो ब्रेन टिश्यू में रक्त भर जाता है, जिससे दिमाग पर दबाव बढ़ता है। इस स्थिति में मरीज को अचानक तेज सिरदर्द, धुंधला या दोहरा दिखाई देना, और शरीर के एक हिस्से का काम न करना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को देखते ही तुरंत मरीज को अस्पताल ले जाना चाहिए। समय पर इलाज से मरीज की जान बचाई जा सकती है।
दिमाग की नसों को सुरक्षित रखने के लिए नियमित रूप से रक्तचाप की जांच करें और उसे नियंत्रित रखें। धूम्रपान और शराब से बचें, तनाव को कम करें, संतुलित आहार लें, और रोजाना व्यायाम करें। सिर में अचानक तेज दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।