अस्थमा के लिए इनहेलर का सही उपयोग: जानें महत्वपूर्ण टिप्स
अस्थमा देखभाल के उपाय
अस्थमा एक ऐसी समस्या है जो सांस लेने में कठिनाई पैदा करती है और यह व्यक्ति की दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। कई बार मरीज दवाएं लेते हैं, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिलती। इसका मुख्य कारण इनहेलर का गलत उपयोग होता है।
इनहेलर में मौजूद दवा सीधे फेफड़ों तक पहुंचती है, जिससे वायु नलिकाओं में सूजन कम होती है और सांस लेना आसान होता है।
हालांकि, यदि इसे सही तरीके से नहीं इस्तेमाल किया गया, तो दवा फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाती। आइए जानते हैं कि इनहेलर का सही उपयोग कैसे किया जाए ताकि हर डोज़ का पूरा लाभ मिल सके।
इनहेलर का सही उपयोग कैसे करें
इनहेलर का उपयोग करने से पहले इसे 10 से 15 बार अच्छे से हिलाएं। इससे दवा समान रूप से मिश्रित हो जाती है।
इनहेलर को सीधा रखें और हल्के दबाव से पकड़ें। कई लोग इसे झुकाकर या गलत कोण से इस्तेमाल करते हैं, जिससे दवा का प्रभाव कम हो जाता है।
इनहेलर को दबाने से पहले एक बार पूरी सांस बाहर छोड़ें। फिर जैसे ही पंप करें, धीरे-धीरे सांस अंदर लें ताकि दवा फेफड़ों की गहराई तक पहुंच सके।
दवा लेने के बाद 8-10 सेकंड तक सांस रोकें। इससे दवा को फेफड़ों में प्रभावी ढंग से काम करने का समय मिलता है।
अब धीरे से सांस छोड़ें और आराम से सांस लें। इस प्रक्रिया का पालन हर बार करें।
इनहेलर के बाद कुल्ला करना क्यों आवश्यक है?
कई लोग इनहेलर लेने के बाद तुरंत अपनी दिनचर्या में लौट जाते हैं, लेकिन डॉक्टर सलाह देते हैं कि हर बार इनहेलर के बाद कुल्ला करना आवश्यक है।
क्योंकि दवा के कुछ कण मुंह में रह जाते हैं, जिससे कभी-कभी छाले या जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुल्ला करने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
इनहेलर को हमेशा सूखी और ठंडी जगह पर रखें। नोज़ल पर धूल या गंदगी न लगने दें।
डॉक्टर द्वारा बताए गए डोज़ और समय का पालन करें।
यदि इनहेलर पुराना हो गया है या ठीक से स्प्रे नहीं कर रहा है, तो इसे तुरंत बदलें। इनहेलर कोई साधारण उपकरण नहीं है, यह आपकी सांसों का साथी है।
यदि इसे सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो अस्थमा के मरीज भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।