हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, स्कूल और सड़कें बंद
हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश में हालिया भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। बारिश के चलते 12 में से पांच जिलों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है, जबकि दो राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 484 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई हैं।
शिमला मौसम कार्यालय ने 30 अगस्त तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि इस अलर्ट के चलते बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, ऊना और सोलन जिलों में सभी शिक्षण संस्थान, आवासीय संस्थानों को छोड़कर, बंद कर दिए गए हैं।
हमीरपुर और ऊना जिलों में रविवार रात को यह आदेश जारी किया गया। वहीं, बिलासपुर, मंडी और सोलन में प्रशासन ने सोमवार सुबह अभिभावकों को इस फैसले की जानकारी दी। राज्य के कई हिस्सों में रविवार रात से मध्यम से भारी बारिश हो रही है।
रविवार रात दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 484 सड़कें यातायात के लिए बंद रहीं। मंडी जिले में 245 और निकटवर्ती कुल्लू में 102 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि चंबा और पठानकोट को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 154ए और औट एवं सैंज को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 305 भी बंद है।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य में कुल 941 बिजली आपूर्ति ट्रांसफार्मर और 95 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं। एसईओसी ने बताया कि मानसून की शुरुआत से 20 जून से 24 अगस्त के बीच हिमाचल प्रदेश में वर्षा जनित घटनाओं में कम से कम 155 लोगों की जान गई है, जबकि 37 लोग लापता हैं।
एसईओसी ने कहा है कि राज्य में अब तक अचानक बाढ़ की 77 घटनाएं, 40 बार बादल फटने और 79 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। वर्षा जनित हादसों के कारण हिमाचल प्रदेश को 2,348 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में जारी मानसून के मौसम के दौरान एक जून से 24 अगस्त तक 662.3 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है, जो कि औसत 571.4 मिलीमीटर से 16 प्रतिशत अधिक है।