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राजगढ़ स्कूल में अश्लील वीडियो का मामला: शिक्षा विभाग ने जांच शुरू की

राजगढ़ के एक स्कूल में छात्रों के अश्लील वीडियो देखने का मामला सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। प्रिंसिपल ने कहा कि वीडियो पुराना है, जबकि जांच के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। शिक्षा विभाग ने डिजिटल उपकरणों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। क्या यह मामला शिक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है? जानें पूरी कहानी में।
 

राजगढ़ में शर्मनाक घटना


राजगढ़ समाचार: मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के सुठालिया में PM श्री शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां की स्मार्ट क्लास में छात्रों को अश्लील वीडियो देखते हुए पाया गया। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि यह वीडियो वर्तमान समय का नहीं है, बल्कि लगभग 8-10 महीने पुराना है, जबकि उनकी नियुक्ति हाल ही में हुई है।


वीडियो के वायरल होते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने तीन प्राचार्यों की एक टीम गठित कर मामले की जांच का आदेश दिया है। प्राचार्य ने बताया कि एक स्थानीय व्यक्ति ने उन्हें यह वीडियो दिखाकर पैसे की मांग की थी। जब उन्होंने पैसे देने से इनकार किया, तो उसने वीडियो को वायरल कर दिया। हालांकि, सच्चाई की पुष्टि जांच के बाद ही होगी। स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।


जिला शिक्षा अधिकारी करण सिंह भिलाला ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर, जीरापुर के प्राचार्य और तलेन स्कूल के प्राचार्य की एक समिति बनाई गई है, जो घटना की विस्तृत जांच करेगी।


स्कूल प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि यह वीडियो उनके कार्यकाल का नहीं है। प्राचार्य हेमंत यादव ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि वीडियो कब और कैसे वायरल हुआ। स्कूल के अन्य शिक्षक भी इस मामले से दूरी बना रहे हैं। उनका कहना है कि कक्षा में छात्रों की गतिविधियों पर हमेशा नजर रखना संभव नहीं है। कक्षा 11 के छात्रों से पूछताछ की जा रही है और कुछ छात्रों के नाम भी सामने आए हैं। अब उन सभी के माता-पिता से बातचीत की जाएगी और बच्चों की काउंसलिंग भी की जाएगी। दोषी छात्रों और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


डिजिटल उपकरणों की निगरानी में वृद्धि


इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में डिजिटल उपकरणों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। अब हर कक्षा में सीसीटीवी कैमरे लगाने, स्मार्ट स्क्रीन को पासवर्ड से सुरक्षित रखने और WiFi के उपयोग पर सख्त नियंत्रण लगाने की हिदायत दी गई है। अभिभावकों का कहना है कि ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।