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भारतीय क्रिकेट टीम के कोचिंग पर संकट: गंभीर की स्थिति पर सवाल

भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट फॉर्मेट में निराशाजनक प्रदर्शन ने कोच गौतम गंभीर की स्थिति को संकट में डाल दिया है। बीसीसीआई ने अलग कोच की तलाश शुरू कर दी है, जबकि वीवीएस लक्ष्मण से संपर्क किया गया है। गंभीर का सफेद गेंद में रिकॉर्ड शानदार है, लेकिन टेस्ट में प्रदर्शन की आलोचना हो रही है। क्या टी20 वर्ल्ड कप में भारत का प्रदर्शन गंभीर के भविष्य को तय करेगा? जानें पूरी कहानी में।
 

भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन और कोचिंग संकट

भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट फॉर्मेट में निराशाजनक प्रदर्शन ने न केवल प्रशंसकों को बल्कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को भी चिंतित कर दिया है। पिछले एक वर्ष में दो घरेलू श्रृंखलाओं में क्लीन स्वीप के बाद, मौजूदा कोच गौतम गंभीर की स्थिति खतरे में पड़ गई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 0-2 से हार ने उनकी कोचिंग पर सवाल उठाए हैं। गंभीर की कोचिंग में टीम ने केवल बांग्लादेश और वेस्टइंडीज जैसी कमजोर टीमों को ही टेस्ट श्रृंखला में हराया है।


बीसीसीआई की चिंताएं और लक्ष्मण से संपर्क

बीसीसीआई टेस्ट टीम के प्रदर्शन को लेकर गंभीर है और उसने अलग कोच की तलाश शुरू कर दी है। इस स्थिति में गंभीर की नौकरी एक फॉर्मेट में संकट में है। सफेद गेंद के कोच के रूप में उनका रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है, जिसमें टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जीते हैं। हालांकि, टेस्ट में उनके प्रदर्शन की आलोचना हो रही है। फैंस इस फॉर्मेट में टीम के कमजोर प्रदर्शन से हैरान हैं।


क्या लक्ष्मण बनेंगे नए कोच?

हाल ही में, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार के बाद, बीसीसीआई के एक सदस्य ने वीवीएस लक्ष्मण से संपर्क किया था। हालांकि, लक्ष्मण ने बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 'हेड ऑफ क्रिकेट' के रूप में काम करने में संतोष व्यक्त किया है और कोच बनने में रुचि नहीं दिखाई है।


टी20 वर्ल्ड कप में गंभीर की परीक्षा

गंभीर का बीसीसीआई के साथ कॉन्ट्रैक्ट 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक है, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप में भारत के प्रदर्शन के आधार पर इसे फिर से देखा जा सकता है। बीसीसीआई अभी भी यह तय नहीं कर पाया है कि क्या गंभीर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के लिए सही कोच हैं।


ड्रेसिंग रूम का माहौल

भारतीय ड्रेसिंग रूम में वर्तमान में एक भ्रमित माहौल है। कई खिलाड़ी गंभीर के कार्यकाल में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जबकि राहुल द्रविड़ के समय में सभी की भूमिकाएं स्पष्ट थीं। द्रविड़ के तीन साल के कार्यकाल में खिलाड़ियों को अपनी क्षमता साबित करने का पर्याप्त अवसर मिला।


गंभीर के लिए आने वाले महीने

बीसीसीआई आमतौर पर नीतिगत निर्णय लेने में समय लेता है। टी20 वर्ल्ड कप के बाद, आईपीएल का आयोजन होगा, जिसके दौरान भारत के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी। इस समय के दौरान अलग-अलग कोचों की नियुक्ति पर चर्चा होगी। कुल मिलाकर, अगले दो महीने गंभीर के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे।