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दशहरा पर करें ये शुभ कार्य और बचें इन गलतियों से

दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, हर साल आश्विन माह की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री राम की पूजा की जाती है और कई शुभ कार्य किए जाते हैं। जानें कि इस खास दिन पर क्या करना चाहिए और किन बातों से बचना चाहिए। साथ ही, जानें कौन से मंत्रों का जाप करना शुभ है और क्या खरीदना लाभकारी होता है।
 

दशहरा के महत्व और शुभ कार्य

धार्मिक मान्यता के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को भगवान श्री राम ने रावण का वध किया था। इसी कारण से इस दिन को विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है, जिसे आमतौर पर दशहरा कहा जाता है। इस वर्ष 2 अक्टूबर को धूमधाम से दशहरा मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीराम, माता दुर्गा और शमी के पौधे की पूजा की जाती है। यदि आप इस दिन कुछ विशेष कार्य करते हैं, तो आपको शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि दशहरा के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।


दशहरा के दिन शुभ कार्य

दशहरा के दिन भगवान राम की पूजा अवश्य करें।


इस दिन श्रद्धा अनुसार गरीबों को दान देना चाहिए।


पूजा में राम जी को भोग लगाना न भूलें।


इस दिन भगवान राम के मंत्रों का जप करें।


राम चालीसा का पाठ भी करें।


दशहरा पर मंत्रों का जाप

दशहरा के दिन श्रीराम, देवी अपराजिता और देवी दुर्गा से जुड़े मंत्रों का जाप करना चाहिए। जैसे – “ॐ ह्रां ह्रीं रां रामाय नमः” श्री राम के लिए, “ॐ अपराजितायै नमः” देवी अपराजिता के लिए और “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” मां दुर्गा के लिए।


दशहरा पर शुभ खरीदारी

दशहरे के दिन सोना, चांदी और वाहन जैसी कीमती चीजें खरीदना शुभ माना जाता है। इन चीजों को खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है और मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक सामान, पीतल का कलश, नए व्यापार की शुरुआत करना और घर में शमी का पौधा लगाना भी शुभ होता है।


दशहरा पर दान

दशहरा के दिन गुप्त दान को सबसे शुभ माना जाता है। किसी जरूरतमंद, गरीब या ब्राह्मण को अन्न, धन और वस्त्र का दान करना चाहिए। ऐसा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और खुशहाली आती है।


दशहरा पर क्या न करें

दशहरा के दिन मांस, मदिरा और प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।


किसी जीव-जंतु या पक्षी को चोट नहीं पहुंचानी चाहिए।


शमी और पीपल जैसे पेड़-पौधों को नहीं काटना चाहिए।


बुजुर्गों, महिलाओं और गरीबों का अपमान नहीं करना चाहिए।


घर को गंदा नहीं रखना चाहिए और दिन में सोने से बचना चाहिए।


नया काम शुभ मुहूर्त के बिना शुरू नहीं करना चाहिए।


फटे-पुराने कपड़े, टूटी या धारदार चीजें दान नहीं करनी चाहिए।


शाम को सुई, चीनी, नमक का दान नहीं करना चाहिए।


काले रंग के कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए।