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जसप्रीत बुमराह की लार्ड्स टेस्ट के लिए तैयारी, नेट्स में दिखा दमदार प्रदर्शन

टीम इंडिया ने इंग्लैंड दौरे के दौरान लार्ड्स टेस्ट की तैयारी शुरू कर दी है। कप्तान शुभमन गिल ने जसप्रीत बुमराह को एजबेस्टन टेस्ट में न खेलने का निर्णय लिया, लेकिन भारत ने शानदार जीत हासिल की। बुमराह ने नेट्स में शानदार प्रदर्शन किया है और उनकी वापसी की उम्मीद है। जानें बुमराह का लार्ड्स में रिकॉर्ड और उनकी चोट से बचने की रणनीति के बारे में।
 

टीम इंडिया की लार्ड्स टेस्ट के लिए तैयारी

टीम इंडिया ने इंग्लैंड दौरे के दौरान आगामी लार्ड्स टेस्ट की तैयारियों की शुरुआत कर दी है। कप्तान शुभमन गिल ने जब एजबेस्टन टेस्ट में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को न खेलने का निर्णय लिया, तो यह कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था। कई पूर्व क्रिकेटरों ने इसे आत्म-नाशक कदम बताया। हालांकि, भारत ने आलोचकों को चुप कराते हुए एक शानदार जीत हासिल की और इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। अब अगला मैच ऐतिहासिक लार्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर होगा, और जसप्रीत बुमराह की वापसी की संभावना है।


नेट्स में बुमराह का दमदार प्रदर्शन

लीड्स में पांच विकेट लेने के बाद, बुमराह अब लार्ड्स में एक और शानदार स्पेल के लिए तैयार हैं। उन्हें दूसरे टेस्ट में वर्कलोड प्रबंधन के तहत आराम दिया गया था। नेट्स में प्रैक्टिस करते समय, उन्होंने शानदार लय में गेंदबाजी की, और भारतीय बल्लेबाजों को उनकी तेज गेंदों से परेशानी हुई। भारतीय प्रशक इस बात की उम्मीद कर रहे हैं कि वह लार्ड्स टेस्ट में इसी तरह का प्रभाव दोहराएंगे।


बुमराह का लार्ड्स में रिकॉर्ड

हालांकि बुमराह का इंग्लैंड में गेंदबाजी औसत 26 है, लेकिन उनका लार्ड्स में रिकॉर्ड खास नहीं है। उन्होंने अब तक इस ऐतिहासिक मैदान पर केवल एक टेस्ट खेला है—2021 में—जहां उन्होंने केवल तीन विकेट लिए। उस मैच की पहली पारी में उन्होंने 26 ओवर गेंदबाजी की, लेकिन कोई विकेट नहीं मिला। हालांकि, दूसरी पारी में उन्होंने तीन विकेट लेकर वापसी की।


चोट से बचने के लिए आराम जरूरी था

इससे पहले, बुमराह ऑस्ट्रेलिया दौरे का हिस्सा थे, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने पांच मैचों की श्रृंखला में 32 विकेट लिए, जिसका औसत केवल 13 था। दुर्भाग्यवश, अंतिम मैच में उनकी पीठ में चोट लग गई और उन्हें अगले तीन महीनों तक क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। तब से उनकी टीम का प्रबंधन उनके वर्कलोड को नियंत्रित करने में सावधानी बरत रहा है, और यह नीति अब इंग्लैंड दौरे में फल दे रही है।