किशोरों में एआई पर निर्भरता: चिकित्सा और रिश्तों में नई दिशा
एक हालिया अध्ययन में यह सामने आया है कि किशोर लड़के एआई पर निर्भर हो रहे हैं, खासकर चिकित्सा और रिश्तों से जुड़ी सलाह के लिए। अमेरिका के एक स्कूल में किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि लगभग एक तिहाई लड़के एआई को अपना दोस्त मानते हैं। इस बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता जताई जा रही है, खासकर जब एक किशोर ने एआई चैटबॉट के कारण आत्महत्या कर ली। जानें इस विषय पर और क्या कहा गया है।
Oct 30, 2025, 12:03 IST
AI का बढ़ता प्रभाव
Ai For Relationship AdviceImage Credit source: Freepik
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने लोगों के जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। अब यह केवल सवालों के जवाब देने तक सीमित नहीं है, बल्कि चिकित्सा और रिश्तों से जुड़ी सलाह के लिए भी इसका उपयोग किया जा रहा है। हाल के एक अध्ययन में यह सामने आया है कि किशोर लड़के एआई की व्यक्तिगत सलाह को लेकर काफी आकर्षित हो रहे हैं।
अमेरिका के एक माध्यमिक विद्यालय में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग एक तिहाई लड़के एआई को अपने दोस्त के रूप में मानते हैं, जो चिंताजनक है।
चैटबॉट्स का बढ़ता उपयोग
1 साल में चैटबॉट्स को मिले लाखों संदेश
Male Allies UK ने थेरेपी से संबंधित चैटबॉट्स के बढ़ते उपयोग पर चिंता व्यक्त की है। character.ai के एक लोकप्रिय चैटबॉट को पिछले एक वर्ष में 78 मिलियन संदेश प्राप्त हुए हैं। यह संगठन एआई गर्लफ्रेंड्स के बढ़ते चलन को लेकर भी चिंतित है, जहां उपयोगकर्ता अपने ऑनलाइन साथी के रूप-रंग और व्यवहार को व्यक्तिगत रूप से चुन सकते हैं।
यह अध्ययन उस समय आया है जब character.ai ने किशोरों के लिए अपने चैटबॉट्स के साथ बातचीत पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
ऑनलाइन दुनिया की प्राथमिकता
53% किशोरों को ऑनलाइन दुनिया पसंद
इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स के 37 स्कूलों में अध्ययन कर रहे लड़कों पर आधारित इस शोध में पाया गया कि 53% किशोरों का मानना है कि ऑनलाइन दुनिया वास्तविक दुनिया की तुलना में अधिक फायदेमंद है।
character.ai की यह घोषणा कई विवादों के बाद आई है, जिसमें एक 14 वर्षीय किशोर द्वारा आत्महत्या का मामला शामिल है, जो एआई चैटबॉट के प्रति आसक्त हो गया था।