ऑनलाइन रोमांस में धोखाधड़ी: ठगी से बचने के उपाय
ऑनलाइन रोमांस का बढ़ता चलन
दुनिया भर में ऑनलाइन रोमांस और डेटिंग का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। जबकि यह डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दोस्ती और रोमांस का एक सरल तरीका बन गया है, कई लोग इसके जाल में फंसकर अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं। कई लोग ठगी का शिकार भी हो रहे हैं। नेटफ्लिक्स पर प्रदर्शित डॉक्यूमेंट्री 'द टिंडर स्विंडलर' में दिखाया गया है कि कैसे पीड़ितों ने ठग साइमन लेविएव का पर्दाफाश किया, जिसने डेटिंग ऐप 'टिंडर' पर खुद को एक अमीर हीरा व्यापारी बताकर कई महिलाओं से लाखों डॉलर ठगे। विशेषज्ञों ने इस प्रकार की ठगी से बचने के उपाय भी सुझाए हैं।
धोखाधड़ी के तरीके
लेविएव जैसे अपराधी भावनात्मक रूप से कमजोर व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं और उनका विश्वास जीतकर आर्थिक लाभ उठाते हैं। इंटरनेट ने डेटिंग के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव किया है, और कोविड-19 के बाद अमेरिका में डेटिंग ऐप का उपयोग करने वाले वयस्कों की संख्या में वृद्धि हुई है। ये ऐप प्रेमियों के बीच बातचीत को आसान बनाते हैं, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन रोमांस से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में भी वृद्धि हुई है। अपराधी फर्जी प्रोफाइल बनाते हैं और पैसे ऐंठने के लिए झूठी आपात स्थितियों का सहारा लेते हैं।
संख्याओं में धोखाधड़ी
संघीय व्यापार आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 70,000 अमेरिकी ऑनलाइन रोमांस धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, जिससे कुल 1.3 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की ठगी हुई है। ऐसे मामलों में अपराधी सोच-समझकर बनाई गई ऑनलाइन सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग करते हैं। जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों के शोधकर्ताओं ने यह जानने का प्रयास किया है कि ये ठग कैसे काम करते हैं और लोग कैसे इनसे बच सकते हैं।
ठगी से बचने के उपाय
धोखाधड़ी करने वालों को रोकने के लिए एक प्रभावी संदेश यह है, 'मैं जानता हूं कि तुम निर्दोष लोगों को ठग रहे हो।' धोखाधड़ी करने वालों को 'ब्लॉक' करना भी एक उपाय है। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि ऑनलाइन ऐप, विशेषकर डेटिंग ऐप, संभावित पीड़ितों को चेतावनी देने के लिए भाषा विज्ञान एल्गोरिदम का उपयोग करें।
सावधानियों का पालन करें
ऑनलाइन डेटिंग ऐप का उपयोग करते समय अजनबियों से बात करते समय सतर्क रहना चाहिए। अजनबियों को अपनी वित्तीय जानकारी साझा करने या पैसे भेजने से बचना चाहिए। निजी तस्वीरें साझा करने से भी बचें। संवाद के दौरान हिज्जे और व्याकरण पर ध्यान दें, क्योंकि ठग अक्सर पश्चिमी देशों से होने का दावा करते हैं। किसी भी संदेह की स्थिति में अपने परिवार या मित्रों से बात करें और धोखाधड़ी का शिकार होने पर मदद के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क करें।