उत्तर भारत में सर्दी और कोहरे का कहर: रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित
कोहरे का बढ़ता प्रभाव
उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान कोहरे की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। मंगलवार को हालात इतने खराब हो गए कि न केवल रेल सेवाएं प्रभावित हुईं, बल्कि हवाई यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सुबह के समय दिल्ली के पालम और सफदरजंग माप स्थलों पर दृश्यता केवल 50 मीटर तक सीमित रह गई, जिससे यातायात व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हुई।
अलर्ट जारी किए गए राज्य
भारत मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में घने से अत्यधिक घने कोहरे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अतिरिक्त, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा और असम सहित आठ से अधिक राज्यों में येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। मौसम विभाग ने यात्रियों और वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
रेल सेवाओं में देरी
कोहरे के कारण रेल सेवाओं में व्यापक देरी देखी गई। मंगलवार को लगभग 105 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट चल रही थीं। कुछ ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया, जबकि कई को फिर से शेड्यूल करना पड़ा।
डाइवर्ट की गई प्रमुख ट्रेनें
16318 हिंसागर एक्सप्रेस
11078 झेलम एक्सप्रेस
22941 एमसीटीएम उधमपुर वीकली सुपरफास्ट एक्सप्रेस
12485 श्री गंगानगर सुपरफास्ट एक्सप्रेस
कुछ प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों की स्थिति
बठिंडा जंक्शन: 1
चिपियाना बुज़ुर्ग स्टेशन: 32
डोभ भली: 3
गाजियाबाद: 16
पलवल: 31
रेवाड़ी: 12
अंबाला कैंट जंक्शन: 5
लेट ट्रेनों की सूची
12417 प्रयागराज एक्सप्रेस: 6 घंटे 16 मिनट लेट
12427 रीवा आनंद विहार एक्सप्रेस: 8 घंटे 6 मिनट लेट
12309 नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस: 5 घंटे 26 मिनट लेट
22437 आनंद विहार हमसफर एक्सप्रेस: 6 घंटे 47 मिनट लेट
14117 कालिंदी एक्सप्रेस: 12 घंटे 4 मिनट लेट
12367 विक्रम शीला एक्सप्रेस: 5 घंटे 43 मिनट लेट
12435 आनंद विहार टर्मिनल गरीब रथ एक्सप्रेस: 5 घंटे 30 मिनट लेट
हवाई यात्रियों के लिए हेल्पलाइन
कोहरे के कारण एयरलाइंस ने यात्रियों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे उड़ान से पहले अपनी फ्लाइट की स्थिति की जांच करें और समय पर एयरपोर्ट पहुंचें।
यात्रियों और प्रशासन की चुनौती
सर्दी और कोहरे का यह प्रभाव न केवल यात्रा को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यात्रियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि कम विजिबिलिटी में धीमी गति से वाहन चलाना और स्टेशन/एयरपोर्ट पर सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है।