JEE Mains 2026: यूपी और बिहार के NIT में प्लेसमेंट की तुलना
जेईई मेन्स 2026 की जानकारी
जेईई मेन्स परीक्षा का आयोजन NTA की ओर से किया जाएगा.
Image Credit source: getty images
जेईई मेन्स 2026: बीटेक में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली प्रमुख परीक्षा जेईई मेन्स 2026 का पहला सत्र 21 जनवरी से 30 जनवरी 2026 तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित किया जाएगा। जेईई मेन्स के स्कोर के आधार पर देशभर के एनआईटी में बीटेक प्रोग्राम में दाखिला मिलता है। इसके अलावा, यूपी समेत कई राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी जेईई मेन्स स्कोर के जरिए प्रवेश होता है। आइए जानते हैं कि यूपी और बिहार के एनआईटी में से किसमें अधिक प्लेसमेंट होता है।
यूपी और बिहार के एनआईटी का परिचय
यूपी के प्रयागराज में स्थित मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MNNIT) एक प्रमुख एनआईटी है, जहां बीटेक, एमटेक, एमबीए और पीएचडी जैसे कई पाठ्यक्रम चलाए जाते हैं। यह प्रदेश का एकमात्र एनआईटी है, जहां बीटेक में दाखिले के लिए जेईई मेन्स में अच्छे अंक लाना आवश्यक है।
बिहार में एनआईटी पटना, बिहटा में स्थित है, जहां भी दाखिला जेईई मेन्स स्कोर के आधार पर होता है। एनआईटी पटना का कैंपस 125 एकड़ में फैला है और यह अपनी उत्कृष्ट शिक्षा और बेहतरीन प्लेसमेंट के लिए जाना जाता है।
NIT पटना और MNNIT प्रयागराज में प्लेसमेंट की तुलना
NIT पटना या MNNIT प्रयागराज, कहां होता है अधिक प्लेसमेंट?
एनआईटी पटना के 2024-25 प्लेसमेंट सत्र में लगभग 500 बीटेक छात्रों को नौकरी मिली। इस प्रक्रिया में 100 से अधिक कंपनियां शामिल थीं। अधिकतम प्लेसमेंट पैकेज 41.37 लाख सालाना था, जबकि औसत पैकेज 9.9 लाख प्रति वर्ष रहा।
MNNIT प्रयागराज में प्लेसमेंट एनआईटी पटना से अधिक होता है। यहां गूगल जैसी बड़ी कंपनियां हर साल आती हैं। इस सत्र में अधिकतम पैकेज 72 लाख प्रति वर्ष तक दर्ज किया गया, जबकि औसत पैकेज 20.43 लाख रुपए सालाना रहा।
NIT पटना और MNNIT प्रयागराज के बीच अंतर
NIT पटना और MNNIT प्रयागराज में क्या है अंतर?
एनआईटी पटना का कैंपस 125 एकड़ में फैला है, जबकि MNNIT प्रयागराज का कैंपस लगभग 222 एकड़ में है। प्लेसमेंट के मामले में MNNIT प्रयागराज, NIT पटना से आगे है। दोनों संस्थान बीटेक की पढ़ाई के लिए उत्कृष्ट हैं और छात्र अपनी रैंक के अनुसार दाखिला ले सकते हैं।