JEE Mains 2026: जानें बीटेक की 3 सबसे लोकप्रिय ब्रांच जो हमेशा रहेंगी मांग में
जेईई मेन्स 2026 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू
जेईई मेन्स 2026 सेशन 1 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी है.
जेईई मेन्स 2026 सेशन 1 परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह परीक्षा एनटीए द्वारा 21 जनवरी 2026 से 31 जनवरी 2026 के बीच आयोजित की जाएगी। सफल उम्मीदवार एनआईटी और अन्य राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए पात्र होंगे। अधिकांश राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला अब जेईई मेन्स स्कोर के आधार पर होता है। आइए जानते हैं बीटेक की उन तीन प्रमुख ब्रांचों के बारे में जिनकी मांग कभी कम नहीं होती है। इन ब्रांचों से बीटेक करने के बाद नौकरी पाना आसान होता है।
जेईई मेन्स परीक्षा दो सेशन में आयोजित की जाएगी। पहला सेशन जनवरी 2026 में और दूसरा अप्रैल 2026 में होगा। पहले सेशन में जिन छात्रों के अंक कम आते हैं, वे दूसरे सेशन में परीक्षा दे सकते हैं। वहीं, जेईई मेन्स में उच्च रैंक प्राप्त करने वाले छात्र आईआईटी में दाखिले के लिए जेईई एडवांस की परीक्षा में शामिल होते हैं।
बीटेक कंप्यूटर साइंस
बीटेक कंप्यूटर साइंस की मांग कई वर्षों से स्थिर है। वर्तमान डिजिटल युग में हर कंपनी को सॉफ्टवेयर, वेबसाइट, ऐप्स और डेटा एनालिसिस की आवश्यकता होती है। इस ब्रांच की मांग भविष्य में भी बनी रहेगी। इसके अध्ययन के बाद छात्र IT क्षेत्र, बैंकिंग और सरकारी सेवाओं में करियर बना सकते हैं। सॉफ्टवेयर डेवलपर, डेटा साइंटिस्ट, AI इंजीनियर, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट और क्लाउड इंजीनियर जैसे पदों पर नौकरी मिलती है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग भी बीटेक की एक स्थायी ब्रांच है। इसकी मांग हमेशा बनी रहती है और इसे एवरग्रीन ब्रांच भी कहा जाता है। मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, ऊर्जा, रेलवे, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे क्षेत्रों में मैकेनिकल इंजीनियरों की आवश्यकता होती है। इस ब्रांच से बीटेक करने के बाद छात्र ऑटोमोबाइल कंपनियों और पावर प्लांट्स में करियर बना सकते हैं।
इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
यह ब्रांच भी उच्च मांग में है। बिजली, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और टेलीकॉम जैसे क्षेत्रों में इन पेशेवरों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, रोबोटिक्स, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के क्षेत्र में भी इन इंजीनियरों की मांग अधिक है। इस क्षेत्र में अध्ययन करने के बाद छात्र पावर कंपनियों, टेलीकॉम उद्योग और EV कंपनियों में बेहतर करियर बना सकते हैं।
ये भी पढ़ें – UP बोर्ड 10वीं-12वीं डेटशीट में बदलाव, हिंदी की परीक्षा एक साथ नहीं