×

हिमाचल प्रदेश में बारिश से भूस्खलन और बाढ़ का खतरा, 250 सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में हालिया भारी बारिश ने भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है, जिससे 250 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं। मंडी जिले में बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 लोग लापता हैं। मुख्यमंत्री ने स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या जानकारी है।
 

भारी बारिश के बाद भूस्खलन की चेतावनी

हिमाचल प्रदेश में हालिया भारी बारिश के चलते भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। राज्य के 22 में से 18 स्थानों को इस चेतावनी के दायरे में रखा गया है, जिससे भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। लगातार बारिश ने लगभग 130 क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति को बाधित कर दिया है और पानी की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।


राज्यभर में सड़कें बंद

बारिश के कारण राज्य में 250 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें सिरमौर और मंडी जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, जहां क्रमशः 57 और 44 सड़कें अवरुद्ध हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और सोलन जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिया है कि वे 30 जून को स्कूलों को बंद करने का आदेश दें, क्योंकि मौसम विभाग ने भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। शिमला-कालका रेल लाइन पर भी बारिश के कारण सेवाएं घंटों तक स्थगित रहीं।


बारिश से जनहानि

राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में पिछले 24 घंटों में तीन लोगों की मौत हो गई है, जिससे मानसून की शुरुआत से अब तक मरने वालों की संख्या 20 हो गई है।


मंडी जिले में बादल फटने की घटना

मंडी जिले में बादल फटने और भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में एक व्यक्ति की मौत हो गई और लगभग 12 लोग लापता हैं। मंडी में सोमवार शाम को 216.8 मिलीमीटर बारिश हुई। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि करसोग में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है, जबकि मंडी के स्यांज में दो परिवारों के लगभग सात लोग लापता हैं।


निवासियों के घरों में पानी घुसने की घटनाएं

मंडी की लौंगनी पंचायत के स्याठी गांव में भारी बारिश के कारण कई घर, गौशालाएं और मवेशी बह गए हैं। पंडोह के पास पटीकरी बिजली परियोजना में निवासियों के घरों में पानी घुस गया है। जिले की सभी नदियां उफान पर हैं और ब्यास नदी पर बने पंडोह बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।


सड़कें और बचाव कार्य

चंडीगढ़-मनाली चार लेन मार्ग कई स्थानों पर अवरुद्ध है, जबकि कमांद-कटौला-बजौरा मार्ग केवल हल्के वाहनों के लिए खुला है। मंडी पुलिस ने आम लोगों को यात्रा से बचने की सलाह दी है। सुजानपुर की खैरी ग्राम पंचायत से बाढ़ में फंसे लगभग 15 प्रवासियों को बचाया गया है। भारी बारिश के कारण मंडी और हमीरपुर के जिला प्रशासन ने स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं।


भविष्यवाणी

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में चंबा, हमीरपुर, मंडी, शिमला, सिरमौर और सोलन के कुछ हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बाढ़ का खतरा बताया है।