दुनिया का सबसे महंगा सांप: रेड सैंड बोआ
रेड सैंड बोआ, एक बेहद दुर्लभ सांप है जिसकी कीमत 25 करोड़ रुपये तक पहुँच सकती है। जानें इसके तांत्रिक उपयोग, दवाओं में इसकी भूमिका और इसकी कानूनी सुरक्षा के बारे में। यह सांप क्यों है इतना महंगा और इसके संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए गए हैं, जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
Aug 6, 2025, 03:44 IST
दुनिया में सांपों की अनोखी प्रजातियाँ
सांपों की हजारों प्रजातियाँ पृथ्वी पर पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ अत्यधिक विषैले और खतरनाक होते हैं। आज हम आपको एक विशेष सांप के बारे में बताएंगे, जिसकी कीमत करोड़ों में है और इसके पीछे की कहानी आपको चौंका देगी।
25 करोड़ रुपये का दुर्लभ सांप: रेड सैंड बोआ
इस अनोखे सांप का नाम रेड सैंड बोआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 1 करोड़ से लेकर 25 करोड़ रुपये तक हो सकती है। इसकी दुर्लभता और विशेषताओं के कारण यह इतना महंगा बिकता है।
इसकी कीमत का कारण क्या है?
- तांत्रिक उपयोग: कुछ लोग मानते हैं कि इस सांप का उपयोग तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है।
- दवाओं में उपयोग: यह सांप कुछ विशेष दवाओं, विशेषकर यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं के निर्माण में काम आता है।
- दुर्लभ प्रजाति: रेड सैंड बोआ एक अत्यंत दुर्लभ प्रजाति है, जिसके कारण इसकी मांग बाजार में बहुत अधिक है।
हालांकि इसे 'दोमुंहा सांप' कहा जाता है, लेकिन इसके दो मुंह नहीं होते। इसकी पूंछ का आकार मुंह जैसा दिखता है, इसलिए इसे यह नाम दिया गया है।
कानूनी सुरक्षा और तस्करी की समस्या
- संरक्षित प्रजाति: भारत सरकार ने 1972 में इस सांप को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित घोषित किया है।
- अवैध तस्करी: इसकी बढ़ती मांग के कारण इसकी अवैध तस्करी भी बढ़ रही है।
- अपराध: इस विषरहित सांप का शिकार करना, पकड़ना या इसकी तस्करी करना एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए सख्त सजा का प्रावधान है।
यह सांप स्वभाव से शांत होता है और केवल तब नुकसान पहुँचाता है जब उसे छेड़ा जाए। इसकी दुर्लभता ने इसे अपराधियों के लिए एक बड़ा लक्ष्य बना दिया है।