उत्तर भारत में मानसून की वापसी: भारी बारिश और बाढ़ का खतरा
उत्तर भारत में मानसून का प्रभाव
नई दिल्ली: उत्तर भारत में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो रहा है। दिल्ली-NCR, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने कई राज्यों में भारी बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारों की चेतावनी दी है। दिल्ली-NCR में 5 से 7 अगस्त तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी और उमस से राहत मिलेगी। हल्की से मध्यम बारिश की भी संभावना है। मौसम वैज्ञानिक अखिल श्रीवास्तव के अनुसार, देश के अन्य हिस्सों के लिए भी येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगस्त का दूसरा सप्ताह भी भारी बारिश से भरा रहेगा।
उत्तराखंड में रेड अलर्ट
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और देहरादून जिलों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरकाशी में मंगलवार को बादल फटने की घटना हुई थी। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। यमुनोत्री और केदारनाथ रूट पर पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हरियाणा और पंजाब में बारिश
हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, अंबाला और चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटों में अच्छी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में बारिश थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन इसके बाद फिर से जोर पकड़ने की संभावना है। पंजाब के गुरदासपुर, पठानकोट और अमृतसर जिलों में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
उत्तर प्रदेश में बाढ़ का खतरा
उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को निचले इलाकों में सतर्क रहने और नदी-नालों के पास न जाने की चेतावनी दी है।
IMD की चेतावनी
आईएमडी चंडीगढ़ के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि बादल फटने की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता, लेकिन इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। नदियों के किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की आवश्यकता है।