सलमान खान की 'सुलतान' ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
सलमान खान का अद्वितीय प्रदर्शन
सलमान खान की फिल्म 'सुलतान' में उनकी भूमिका को उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक माना जाता है, जिसमें 'तेरे नाम', 'हम..दिल दे चुके सनम' और 'बजरंगी भाईजान' शामिल हैं। इस फिल्म में सलमान ने अपने प्रतिकूलताओं से लड़ते हुए एक अद्वितीय किरदार में ढलने का प्रयास किया।
निर्देशक की यादें
फिल्म के निर्देशक अली अब्बास ज़फर ने कहा, 'सुलतान मेरे दिल के बहुत करीब है। यह मेरे करियर की सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्मों में से एक थी। दर्शकों से मिली सराहना के लिए हम सभी आभारी हैं। यह फिल्म संघर्ष और वापसी की कहानी है, जो हर किसी को जीवन में एक बार महसूस होती है। कभी हार न मानना ही 'सुलतान' की आत्मा है।'
फिल्म की सफलता
अली ने आगे कहा, 'सुलतान' ने मुझे एक फिल्म निर्माता के रूप में एक नई पहचान दी। जब एक असली पहलवान ने कहा कि सलमान ने कुश्ती के मूव्स को सही तरीके से किया, तो मुझे लगा कि हमने जो लक्ष्य रखा था, उसे हासिल कर लिया।
सलमान का परिवर्तन
सलमान ने 'सुलतान' में एक 40 वर्षीय पहलवान की भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें अपनी शारीरिक और मानसिक स्थिति में बदलाव लाना पड़ा। उन्होंने एक कठोर व्यायाम और आहार योजना का पालन किया ताकि वह एक पहलवान की तरह दिख सकें।
कहानी का सार
यह फिल्म एक गिरते हुए खेल चैंपियन की कहानी है, जो अपने प्रबंधक और प्रशिक्षक की मदद से खुद को फिर से खड़ा करता है। फिल्म में हास्य और रोमांच के कई क्षण हैं, और कुश्ती के दृश्य शानदार ढंग से प्रस्तुत किए गए हैं।
एक संपूर्ण ब्लॉकबस्टर
अली अब्बास ज़फर की 'सुलतान' एक प्रेम कहानी है, जो खेल पर आधारित है। फिल्म की कहानी में गहराई और आकर्षण है, और यह दर्शकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।