सनी देओल: 90 के दशक के एक्शन हीरो की कहानी
बॉलीवुड में सनी देओल का आगमन
90 के दशक में कई नए चेहरे बॉलीवुड में आए, जिनमें शाहरुख खान और अक्षय कुमार जैसे सितारे शामिल थे। ये सितारे जल्द ही इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए और आज भी इनका जलवा कायम है। अजय देवगन, सलमान खान और आमिर खान जैसे कई अन्य सितारे भी इस दौर के प्रमुख अभिनेता रहे हैं। लेकिन इस दशक में एक और अभिनेता था, जिसकी फिल्मों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी एक्शन और गहरी आवाज ने फिल्म के खलनायकों में खौफ पैदा कर दिया।
सनी देओल का प्रभाव
हम बात कर रहे हैं सनी देओल की, जिन्होंने 1983 में फिल्म 'बेताब' से अपने करियर की शुरुआत की। सनी का असली नाम अजय सिंह देओल है, और उन्होंने अपने स्क्रीन नाम के रूप में सनी को अपनाया। सनी देओल ने लगभग 45 वर्षों से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई है और एक समय में वे बॉक्स ऑफिस पर हिट रहे।
एक्शन में सनी का जादू
कई लोग मानते हैं कि सनी देओल को फिल्मों में काम करने का मौका उनके पिता धर्मेंद्र के कारण मिला, लेकिन यह पूरी सचाई नहीं है। सनी ने इंग्लैंड के बर्मिंघम में एक्टिंग की ट्रेनिंग ली और उसके बाद फिल्मों में कदम रखा। पर्दे पर उन्हें हमेशा गुस्सैल और एक्शन हीरो के रूप में देखा गया, जबकि असल जिंदगी में वे काफी शांत और शर्मीले हैं।
सनी की आवाज का जादू
सनी देओल की बॉडी और एक्शन के दीवाने आज भी हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि उन्होंने हॉलीवुड के स्टार सिल्वेस्टर स्टेलोन से जिम ट्रेनिंग ली थी। जब सनी देओल कोई डायलॉग बोलते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे वे सच में खलनायक को खत्म कर देंगे।
90 के दशक की ब्लॉकबस्टर फिल्में
90 के दशक में सनी देओल की कई हिट फिल्में जैसे 'घातक', 'घायल', 'जिद्दी', 'बॉर्डर', 'सलाखें' और 'दामिनी' रिलीज हुईं। इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई की और दर्शकों के दिलों में सनी देओल की एक खास जगह बना दी। जब 'घायल' और 'घातक' जैसी फिल्में आईं, तो सिनेमा हॉल के बाहर दर्शकों की लंबी कतारें लग गईं।