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श्रीदेवी की 62वीं जयंती पर राम गोपाल वर्मा की भावनाएँ

13 अगस्त को श्रीदेवी की 62वीं जयंती पर, राम गोपाल वर्मा ने उनके प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त की हैं। उन्होंने श्रीदेवी की अद्वितीयता, उनके साथ काम करने के अनुभव और पहली मुलाकात की यादें साझा की हैं। रामू की इच्छा है कि वह एक बार फिर धरती पर आएं, ताकि लोग जान सकें कि वह वास्तव में मौजूद थीं। इस लेख में श्रीदेवी के प्रति उनके प्रेम और श्रद्धा का अद्भुत चित्रण किया गया है।
 

श्रीदेवी का जादू

13 अगस्त को श्रीदेवी 62 वर्ष की होतीं। निस्संदेह, 70 वर्ष की उम्र में भी उनकी लोकप्रियता वैसी ही होती, जैसी 34 वर्ष की उम्र में थी, जब उन्होंने बोनी कपूर से विवाह किया। राम गोपाल वर्मा, जो श्रीदेवी के लाखों प्रशंसकों में से एक हैं, ने इस शादी के बाद शोक मनाया।


रामू की यादें

रामू ने कहा, "मैं काफी दुखी था। मुझे लगता है कि भारत की 75 प्रतिशत पुरुष जनसंख्या उनके विवाह के बाद दुखी थी। जैसे लता मंगेशकर का कोई विकल्प नहीं है, वैसे ही श्रीदेवी का भी नहीं। वह हर मायने में परफेक्ट थीं, उनकी कॉमिक टाइमिंग अद्वितीय थी, और नृत्य में उनकी ऊर्जा बेजोड़ थी। मैंने केवल एक बार उनके साथ काम किया, फिल्म Kshanam Kshanam में। यह इस बात का पर्याप्त सबूत था कि वह क्या कर सकती थीं। हर दृश्य के लिए उनके पास 15-20 व्याख्याएँ और भाव थे। उनके साथ काम करना 7-सितारा होटल में रहने जैसा था। आप जीवनभर के लिए बिगड़ जाते।"


पहली मुलाकात

रामू ने अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए कहा, "मैं फिल्म के लिए उन्हें साइन करने चेन्नई में उनके निवास पर गया था। मैं उनके माता-पिता के साथ लिविंग रूम में बैठा था, जबकि श्रीदेवी कमरे में आ-जा रही थीं, क्योंकि वह एक फ्लाइट के लिए पैक कर रही थीं। जब भी वह कमरे में आतीं, ऐसा लगता था जैसे ताजगी भरी हवा का झोंका आ गया हो।"


जन्मदिन की इच्छा

रामू की एक विशेष इच्छा है। "मैं चाहता हूँ कि वह फिर से धरती पर आएं। बस एक बार। ताकि मानवता जान सके कि वह वास्तव में मौजूद थीं।"