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शादी के दौरान भाई-बहन की दुखद मौत से परिवार में छाया मातम

जयपुर के चाकसू में एक शादी समारोह के दौरान एक दुखद घटना घटी, जब 11 वर्षीय भाई की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इस खबर ने उसकी बड़ी बहन को सदमे में डाल दिया, जिसके बाद उसने भी कुछ घंटों बाद दम तोड़ दिया। इस घटना ने शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया। जानें इस दुखद घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

दुखद घटना ने खुशियों को किया मातम में बदल

जयपुर में एक शादी समारोह के दौरान, जहां परिवार के लोग नाच-गाते और खुशियां मनाते नजर आ रहे थे, वहीं चाकसू के देवकिशनपुरा गांव में एक हृदयविदारक घटना ने सब कुछ बदल दिया। 11 वर्षीय भाई की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उसकी मौत की खबर सुनकर बड़ी बहन सदमे में आ गई और कुछ ही घंटों बाद उसने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। इस घटना ने शादी की खुशियों को गहरे दुख में बदल दिया।


भाई की मौत से सदमे में आई बहन

जानकारी के अनुसार, महेशवास कलां के मोटूराम मीणा की बहू सुनीता मीणा (35) अपने पीहर देवकिशनपुरा में शादी समारोह में शामिल होने आई थी। परिवार शादी की तैयारियों में व्यस्त था, तभी उसके इकलौते भाई हरीश मीणा (11) की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी मृत्यु हो गई।


परिवार में मचा कोहराम

हरीश की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। बड़ी बहन सुनीता इस सदमे को सहन नहीं कर पाई और उसकी तबीयत भी बिगड़ गई। उसे तुरंत जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय ले जाया गया, लेकिन बुधवार की सुबह उसने भी दम तोड़ दिया।


गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार

भाई की मौत की खबर जैसे ही सुनीता के ससुराल और पीहर में पहुंची, वहां मातम छा गया। ससुराल के लोग सवाई मानसिंह चिकित्सालय पहुंचे और सुनीता के शव को महेशवास कलां ले गए, जहां अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, हरीश का अंतिम संस्कार देवकिशनपुरा में किया गया।


हरीश था चार बहनों का लाड़ला

सुनीता के पति हनुमान मीणा ने बताया कि उनके ससुर जगदीश मीणा के पांच बच्चों में हरीश सबसे छोटा था और चार बहनों का लाड़ला था। इकलौते बेटे की मौत से देवकिशनपुरा गांव में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, जबकि महेशवास कलां में सुनीता की मौत से माहौल गमगीन हो गया। बड़ी संख्या में लोग उन्हें ढांढस बंधाने पहुंचे।