रसिका दुग्गल की नई भूमिका: दिल्ली क्राइम 3 में दमदार नीती सिंह
रसिका दुग्गल की नई भूमिका
फिल्मों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपने अदाकारी का जादू बिखेरने वाली रसिका दुग्गल इस समय फिर से चर्चा में हैं। हाल ही में नेटफ्लिक्स पर 'दिल्ली क्राइम 3' रिलीज हुआ है, जिसमें उनकी अदाकारी को दर्शकों ने सराहा है। मंटो, दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर जैसी सफल सीरीज में उनके द्वारा निभाए गए किरदारों ने उन्हें एक नई पहचान दिलाई है। हाल ही में उन्होंने एक मीडिया चैनल के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने किरदारों, करियर के महत्वपूर्ण मोड़ और मिर्जापुर के बोल्ड सीन पर खुलकर चर्चा की।
दिल्ली क्राइम 3 में नीती सिंह का नया अवतार
इस बार नीती सिंह का किरदार पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली और चुनौतीपूर्ण है। पहले दर्शक उनके संघर्ष और सिस्टम के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश देख चुके थे, लेकिन इस सीजन में वह बड़े फैसले लेने के लिए तैयार हैं, जो पारंपरिक सोच को चुनौती देंगे। कुछ घटनाएं दर्शकों को चौंका सकती हैं, लेकिन नीती हर बार साहस के साथ आगे बढ़ेंगी। इस बार उनकी यात्रा और भी वास्तविक, साहसी और प्रभावशाली है।
पुलिस अधिकारी के किरदार के लिए रिसर्च
पहले सीजन में नीती एक प्रोबेशनर थीं, और मैंने एक असली पुलिस अधिकारी का अनुसरण किया, जो उस समय उसी पद पर थीं। शो के सलाहकार नीरज कुमार ने मुझे उनसे मिलवाया। दूसरे सीजन तक वह असल जिंदगी में एसीपी बनकर चंडीगढ़ चली गई थीं। मैंने उनके ऑफिस जाकर उनसे कई बार मुलाकात की और उनके साथ समय बिताया। वह हर चीज में बेहद अनुशासित और सख्त हैं। सीजन 3 में भले ही नीती का प्रमोशन नहीं हुआ, लेकिन असल जिंदगी में उनकी पदोन्नति हो चुकी है।
करियर का महत्वपूर्ण मोड़
मंटो फिल्म में कास्टिंग मेरे लिए सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था। इससे पहले मैंने इरफान खान और तिलोत्तमा के साथ कुछ बेहतरीन फिल्में की थीं, लेकिन मंटो ने मुझे एक नया रास्ता दिखाया। उस समय कई निर्देशकों ने मुझे लेना चाहा, लेकिन प्रोड्यूसर्स ने कहा कि मैं 'सेलेबल' नहीं हूं। फिर नंदिता दास ने मुझ पर विश्वास किया और मुझे रोल दिया। इसके बाद दिल्ली क्राइम और मिर्जापुर ने मुझे एक बड़ा दर्शक वर्ग दिया।
मिर्जापुर में कास्टिंग की प्रक्रिया
यह पूरी तरह से संयोग और थोड़ी हिम्मत का परिणाम था। मिर्जापुर के निर्माता करण अंशुमन मेरे दोस्त हैं। जब मुझे पता चला कि वह एक कहानी पर काम कर रहे हैं, तो मैंने उन्हें मैसेज किया। थोड़ी हिचक थी, लेकिन उन्होंने तुरंत मिलने का समय दिया। कहानी सुनकर मुझे बहुत पसंद आई, और मैंने ऑडिशन दिया। मुझे लगा कि मैं रिजेक्ट हो जाऊंगी, लेकिन प्रोड्यूसर अब्बास ने मुझे बताया कि मैं सेलेक्ट हो गई हूं।
बोल्ड सीन पर कोई झिझक नहीं
मुझे इन बोल्ड सीन को लेकर कोई झिझक नहीं हुई, क्योंकि ये स्क्रिप्ट के लिए आवश्यक थे। राइटर पुनीत कृष्ण ने हर किरदार को संवेदनशीलता से लिखा था। इंटीमेट सीन से पहले, पुनीत, गुरमीत और करण ने मुझे हर शॉट की जानकारी दी थी। सेट पर सब कुछ पहले से तय था, जिससे मुझे कोई असहजता नहीं हुई।