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रविवार का पंचांग: सर्व पितृ अमावस्या के शुभ मुहूर्त

इस लेख में रविवार, 21 सितंबर 2025 का पंचांग प्रस्तुत किया गया है। जानें सर्व पितृ अमावस्या के शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय और दिशा शूल के बारे में। यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर यदि आप किसी विशेष कार्य की योजना बना रहे हैं।
 

रविवार का पंचांग

रविवार का पंचांग

रविवार, 21 सितंबर 2025 का पंचांग: ज्योतिष और हिंदू परंपरा में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले पंचांग देखना आवश्यक होता है। यह हमें उस दिन की शुभ और अशुभ घड़ियों, सूर्य और चंद्रमा के उदय और अस्त होने के समय, और ग्रहों की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करता है। आइए, जानते हैं 21 सितंबर के शुभ मुहूर्तों के बारे में।

21 सितंबर 2025 का पंचांग

  • वार: रविवार
  • विक्रम संवत: 2082
  • शक संवत: 1947
  • माह/पक्ष: आश्विन मास - कृष्ण पक्ष
  • तिथि: अमावस्या रात्रि 1:23 बजे तक, तत्पश्चात प्रतिपदा
  • चंद्र राशि: सिंह राशि दोपहर 4:00 बजे तक, तत्पश्चात कन्या राशि
  • चंद्र नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी प्रातः 9:31 तक, तत्पश्चात उत्तरा फाल्गुनी
  • योग: शुभ सायं 7:52 बजे तक, तत्पश्चात शुक्ल योग
  • अभिजित मुहूर्त: प्रातः 11:31 से 12:39 तक
  • दुष्ट मुहूर्त: अमावस्या में कोई शुभ कार्य न करें
  • सूर्योदय: प्रातः 6:11
  • सूर्यास्त: सायं 6:14
  • राहूकाल: सायं 4:41 से 6:11 तक
  • तीज त्योहार: सर्व पितृ अमावस्या
  • भद्रा: नहीं है
  • पंचक: नहीं है

रविवार का दिशाशूल

रविवार को दिशा शूल पश्चिम दिशा में होता है, इसलिए यात्रा करना वर्जित है। यदि यात्रा आवश्यक हो, तो पान खाकर चौघड़िया मुहूर्त में यात्रा प्रारंभ करें।

आज के चौघड़िया मुहूर्त

  • चर चौघड़िया: प्रातः 7:41 से 9:12 तक
  • लाभ चौघड़िया: प्रातः 9:12 से 10:41 तक
  • अमृत चौघड़िया: दोपहर 10:41 से 12:11 तक
  • शुभ चौघड़िया: दोपहर 1:41 से 3:10 तक

रात्रि के चौघड़िया मुहूर्त

  • शुभ चौघड़िया: सायं 6:10 से 7:40 तक
  • अमृत चौघड़िया: रात्रि 7:40 से 9:10 तक
  • चर चौघड़िया: रात्रि 9:10 से 10:41 तक
  • लाभ चौघड़िया: रात्रि 1:41 से 3:12 तक
  • शुभ चौघड़िया: प्रातः 4:42 से 6:12 तक

चौघड़िया मुहूर्त यात्रा और अन्य शुभ कार्यों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होते हैं।